चीन में तबाही लाने वाले वेरिएंट के 4 केस भारत में मिले, आज से शुरू होगी कोरोना संबंधी पाबंदियां

कोरोना वायरस को लेकर दहशत के बीच IMA बोला- भारतीयों की इम्यूनिटी चीनियों से मजबूत, देश में लॉकडाउन के हालात नहीं।

Updated: Dec 22, 2022, 12:06 PM IST

नई दिल्ली। भारत में एक बार फिर कोरोना का खतरा मंडराने लगा है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार भी अलर्ट हो गई है। केंद्र सरकार आज से कोरोना संबंधी पाबंदियां शुरू करने वाली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि हम लापरवाह नहीं हो सकते, तत्काल एक्शन लेना होगा।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, 'चीन में श्मशानों पर भीड़ है। दूसरी लहर में भी भारत की स्थिति इतनी खराब नहीं हुई थी, जितनी चीन की अब हो गई है। वहां जिस वायरस ने कहर बरपाया है, वो और ज्यादा खतरनाक हो रहा है। हम देश में गुरुवार से ही जरूरी पाबंदियां लगाना शुरू कर रहे हैं। विदेश से आने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। एयरपोर्ट पर रैंडम चेकिंग भी की जाएगी। इस बार भी हम वैसे ही काम करेंगे, जैसा हमने इससे पहले कोविड को हैंडल करने के लिए किया था।'

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उन्होंने आगे कहा कि, 'भारत को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन गंभीरता बेहद जरूरी है। हमें अब हर स्तर पर सतर्क रहना होगा।' बता दें कि चीन में कोहराम मचाने वाले कोरोना के BF.7 वेरिएंट के चार मामले भारत में भी सामने आए हैं। जुलाई में इस वेरिएंट का एक, सितंबर में दो और नवंबर में एक केस मिला था। ये मामले गुजरात और ओडिशा में मिले थे. हालांकि, इस वेरिएंट से संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो गए थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना का BF.7 वेरिएंट तेज़ी से फैलता है और इसके लक्षण बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान और डायरिया हैं। चीन में BF.7 वेरिएंट के चलते ही बड़े पैमाने पर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। वहां से आ रही रिपोर्ट्स के मुताबिक अस्पताल पूरी तरह भर चुके हैं। इधर भारत में देश भर के एयरपोर्ट पर गुरुवार से कोविड-19 के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग शुरू हो गई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने भी कोरोना को लेकर आज उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि देश में लॉकडाउन की स्थिति नहीं होगी, क्योंकि यहां के 95% लोगों को टीका लग चुका है। IMA के डॉ. अनिल गोयल ने कहा कि भारतीयों की इम्यूनिटी चीन के लोगों से ज्यादा मजबूत है। भारत में T-3 का ध्यान रखने की जरूरत है यानी टेस्टिंग, ट्रीटिंग और ट्रेसिंग।