Aarogya Setu: सरकार को भी नहीं पता किसने बनाया आरोग्य सेतु ऐप, सूचना आयोग ने भेजा नोटिस

केंद्रीय सूचना आयोग ने एनआईसी से लिखित रूप में जवाब मांगा है, आयोग ने कहा है कि जब इसे डेवलप किसने किया इस बात की जानकारी ही नहीं है तो उसे सरकारी डोमेन Gov.in कैसे दिया गया

Updated: Oct 29, 2020, 02:19 AM IST

Photo Courtesy: scroll.in
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नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च किए गए बहुप्रचारित आरोग्य सेतु ऐप को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। एक आरटीआई आवेदन के जवाब में पता चला है कि केंद्र सरकार को इस बात की जानकारी ही नहीं है कि करोड़ों लोग जिस आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं उसे किसने बनाया है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि इस ऐप को सरकारी डोमेन gov.in दिया गया है। इस मामले में सूचना आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

केंद्रीय सूचना आयोग ने मंगलवार को सेंट्रल पब्लिक इन्फॉर्मेशन ऑफिसर (CPIO), इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) और नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) को कारण बताओ नोटिस जारी कर लिखित जवाब मांगा है। इन सभी विभागों पर आरोग्य सेतु ऐप से जुड़े एक आरटीआई आवेदन का जवाब देने में प्रथमदृष्टया बाधा बनने और स्पष्ट जवाब ना देने का आरोप है। आयोग ने नोटिस में पूछा है कि आरटीआई अधिनियम की धारा 20 के तहत उन पर जुर्माना क्यों न लगाया जाए।

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यह बहुत बेतुकी बात है

आरोग्य सेतु ऐप को किसने बनाया इस बात की जानकारी एनआईसी के पास न होने को सूचना आयोग ने बेतुका बताते हुआ पूछा है कि इससे संबंधित फाइलें किधर हैं। केंद्रीय सूचना आयोग ने NIC को यह बताने के लिए भी कहा है कि जब आरोग्य सेतु की वेबसाइट में यह जिक्र किया गया है कि इसे एनआईसी द्वारा डिज़ाइन, डेवलप्ड और होस्ट किया गया है, तो फिर ऐप के क्रिएशन के बारे में उन्हें कोई जानकारी कैसे नहीं है? सूचना आयोग ने यह भी पूछा है कि अगर इस बारे में एनआईसी को कोई जानकारी नहीं है तो फिर आरोग्य सेतु को सरकारी डोमेन gov.in कैसे दिया गया। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक सूचना आयोग ने यह नोटिस सौरव दास द्वारा दायर एक शिकायत के बाद भेजा, जिसमें कहा गया था कि संबंधित प्राधिकरण यानी एनआईसी, राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), आरोग्य सेतु ऐप और इसके निर्माण से संबंधित अन्य प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। इस मामले में अब आयोग ने सभी विभागों से लिखित जवाब तलब किया है।

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बता दें कि कोरोनावायरस संक्रमण के शुरुआती दौर में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के नाम पर केंद्र सरकार की ओर से आरोग्य सेतु ऐप को बढ़ावा दिया गया था। प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सभी मंत्रियों ने इस ऐप का इस्तेमाल करने की अपील की थी। इतना ही नहीं, कई स्थानों पर इसे अनिवार्य भी कर दिया गया है, जहां इ नियम का पालन न करने पर कार्रवाई भी की जा सकती है।

ये वाकई बेहद चौंकाने वाली बात है कि आरोग्य सेतु ऐप की वेबसाइट कहती है कि इसे नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर और आईटी मंत्रालय ने डेवलप किया है, लेकिन इस ऐप को लेकर डाली गई आरटीआई में दोनों ने कहा है कि उनके पास इसकी जानकारी नहीं है कि इस ऐप को किसने डेवलप किया है।