बिहार दिवस कार्यक्रम में सरकारी खाना खाने से 157 बच्चे बीमार, दर्जनों छात्र PMCH में भर्ती

बिहार दिवस कार्यक्रम के लिए सभी जिलों से मेघावी बच्चों को पटना बुलाया गया था, इन्हें यहां दूषित पानी और घंटों पहले बना खाना दिया गया, सैंकड़ों बच्चों की बिगड़ी तबियत, अधिकारी कह रहे हैं कि बच्चे ठेलों पर फुचके खा रहे थे

Updated: Mar 24, 2022, 11:47 AM IST

Photo Courtesy: Hindustan
Photo Courtesy: Hindustan

पटना। बिहार दिवस पर राज्य भर से पटना बुलाए गए सैंकड़ों बच्चों की तबीयत खराब हो गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी तक 157 से अधिक बच्चों को सिरदर्द, बुखार, शरीर दर्द, उल्टी आदि की शिकायत हुई है। इन बच्चों को इलाज के लिए गांधी मैदान में ही बने मेडिकल कैंप ले जाया गया है, वहीं कुछ बच्चों को हालत गंभीर होने के बाद पीएमसीएच रेफर किया गया है। 

दरअसल, बिहार दिवस के मौके पर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के विभिन्न प्रतियोगिताओं में शामिल होने के लिए राज्य भर से 1215 मेघावी बच्चे पटना आए हैं। बच्चों का कहना है कि जहां उन्हें ठहराया गया था, वहां पर पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं थी। खाना बहुत खराब था और मच्छर की वजह से तीन रात से वे लोग सोए नहीं हैं।

यह भी पढ़ें: MP सरकार को शराब ठेकेदारों की चेतावनी, नई नीति में बदलाव करें वरना नहीं खुलेंगी दुकानें

खराब खाने की वजह से 157 बच्चे फ़ूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए। सभी बच्चों को उल्टी, बुखार और सिर दर्द जैसी शिकायतें थी। इनमें से एक दर्जन बच्चों की हालत बिगड़ने के बाद उन्हें पीएमसीएच रेफर किया गया है। इसमें से सीतामढ़ी के 5, औरंगाबाद के 3, एक कटिहार और पूर्णिया का एक बच्चा शामिल है। 

बताया जा रहा है कि बच्चों को लगातार उल्टियां हो रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें घंटों पहले बना खाना दिया गया था, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई है। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि मेले में आए कई बच्चों को ठेले पर फुचका और आइसक्रीम देखा जा रहा था।

इस मामले पर कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा, 'इतने बड़े कार्यक्रम में कितनी लापरवाही बरती गई, जिन बच्चों को आमंत्रित किया गया है। वो क्या खा रहे हैं, क्या व्यवस्था है कोई ध्यान नहीं रखा गया। इसलिए बड़ी संख्या में बच्चे बीमार हो गए। अगर बच्चे बीमार हो रहे हैं तो जवाबदेही तय होनी चाहिए. किस विभाग की जवावदेही थी। बच्चे बीमार क्यों पड़े। कई लापरवाही हो रही है। बिहार सरकार इन विषयों में काफी सुस्त है। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।'