बिहार: भागलपुर में भरभराकर गिरा निर्माणाधीन पुल, 4 साल पहले सीएम नीतीश ने किया था शिलान्यास

पुल के गिरने का वीडियो सामने आया, मुखमंत्री नीतीश कुमार ने घटना के जांच के आदेश दिए है। 

Updated: Jun 04, 2023, 10:01 PM IST

भागलपुर। बिहार के भागलपुर में रविवार को निर्माणाधीन पुल भरभराकर गिर गया। इस हादसे का खौफनाक वीडियो सामने आया है। पुल गिरने से मौके पर अफरातफरी मच गई। हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और जिम्मेदार लोगों की पहचान करने के लिए कहा है।

मिली जानकारी के मुताबिक, अगुवानी-सुल्तानगंज रोड पर गंगा नदी के ऊपर पुल बनाया जा रहा है। रविवार की शाम करीब 6 बजे अचानक पुल गिर गया। जिस वक्त हादसा हुआ, उस वक्त काम बंद हो चुका था। इस वजह से पुल पर कोई मजदूर नहीं था। जैसे ही पुल ताश के पत्तों की तरह गंगा में गिरा, नदी के पानी की कई फीट ऊंची लहरें उठीं। सड़क किनारे बैठे लोग सहम गए। पुल गिरने की घटना का स्थानीय लोगों ने वीडियो बना लिया। बता दें, यह पुल पिछले साल भी गिर चुका है।

 

बताया जा रहा है कि बताया जा रहा है कि चार साल पहले नीतीश कुमार ने इस पुल का शिलान्यास किया था।इस पुल की लागत 1700 करोड़ से भी ज्यादा बताई जा रही है। इस निर्माणाधीन पुल के कुछ हिस्से को अप्रैल में आंधी के कारण भी नुकसान पहुंचा था। खगड़िया -अगुवानी- सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर बन रहा महासेतु का बीच का हिस्सा ध्वस्त हो गया। पुल का उपरी भाग नदी में समा गया है।

डीडीसी भागलपुर कुमार अनुराग ने बताया कि निर्माणाधीन पुल गिरने की घटना शाम करीब छह बजे हुई है। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। स्थानीय प्रशासन मौके पर है। हमने पुल निर्माण निगम से इसकी रिपोर्ट मांगी है। बता दें, इस पुल के निर्माण का ठेका एसपी सिंगला कंपनी के पास है। इस पुल का शिलान्यास सीएम नीतीश कुमार ने 2014 में किया था। जबकि पुल का निर्माण 2015 से शुरू हुआ। आज के हादसे से पहले भी ये पुल गंगा नदी में गिर चुका है।

जेडीयू विधायक ललित कुमार मंडल का कहना है कि हम लोग उम्मीद लगाए बैठे थे कि इस पुल का उद्घाटन दिसंबर में हो जाएगा, लेकिन कई कारणों से ऐसा नहीं हो सकेगा। उन्होंने पुल की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब तक जांच नहीं हो जाती तब तक कहना मुश्किल है। लेकिन ये घटना दुर्भाग्‍यपूर्ण है। पुल के दोबारा गिरने से स्थानीय लोगों में नाराजगी है। उनका कहना है कि इस तरीके से लगातार पुल का गिरना सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करता है।