पीएम के मुस्लिम लीग वाले बयान का कांग्रेस ने किया विरोध, चुनाव आयोग से की कार्रवाई की मांग

सलमान खुर्शीद ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर जो टिप्पणी की वो सरासर झूठ का पुलिंदा है

Updated: Apr 08, 2024, 05:35 PM IST

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कांग्रेस के न्याय पत्र की तुलना मुस्लिम लीग से करने के संबंध में कांग्रेस ने चुनाव आयोग का रुख किया है। कांग्रेस के एक प्रतिनिधमंडल ने चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर विरोध जताया है और इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। 

कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि अन्य दलों के घोषणा पत्र के बारे में ऐसी बयानबाजी करना सही नहीं है। अगर आप किसी अन्य दल के घोषणा पत्र से सहमत नहीं हैं तो आप उस पर बहस करें लेकिन इस तरह की टिप्पणी करने का प्रधानमंत्री को कोई अधिकार नहीं है। कांग्रेस वो दल है जिसने इस देश की आजादी में भूमिका निभाई है।

खुर्शीद ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने जो हमारे घोषणा पत्र के बारे में टिप्पणी की है वो सरासर झूठ का पुलिंदा है। आप ख़ुद देख सकते हैं कि कांग्रेस का घोषणा पत्र कितना अच्छा है। इसलिए प्रधानमंत्री को ऐसी टिप्पणियां करने से बचना चाहिए।

दरअसल सोमवार को कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के पास पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सलमान खुर्शीद, पवन खेड़ा, गुरदीप सप्पल सहित अन्य नेता मौजूद थे। कांग्रेस के इस प्रतिनिधिमंडल ने पीएम के मुस्लिम लीग वाले बयान और केंद्र सरकार द्वारा ईडी के दुरुपयोग सहित अन्य शिकायतें और मांगें चुनाव आयोग के सामने रखी। 

शुक्रवार को कांग्रेस ने अपना न्याय पत्र जारी किया था। कांग्रेस ने इसमें सरकार बनने पर देश की जनता को 25 गारंटी दी हैं, जिसमें युवाओं को शिक्षा, रोजगार, वित्तीय सहायता सहित तमाम वर्गों के जीवन स्तर को आगे लेने के वादे किए हैं। 

हालांकि न्याय पत्र जारी करने के अगले ही दिन प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी तुलना मुस्लिम लीग के विचार से कर दी। प्रधानमंत्री के इस बयान पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आईना दिखाते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री को यह पता होना चाहिए कि ख़ुद श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बंगाल में मुस्लिम लीग के साथ सरकार बनाई थी।