सोनिया ने कहा- मजदूरों का किराया देगी पीसीसी

प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई जरूरतमंद श्रमिक व कामगार के घर लौटने की व्‍यवस्‍था करेगी।

Publish: May 04, 2020, 09:15 PM IST

Photo courtesy : live mint
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कांग्रेस अ‍ध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि श्रमिक व कामगार देश की रीढ़ की हड्डी हैं। उनकी मेहनत और कुर्बानी राष्ट्र निर्माण की नींव है। सिर्फ चार घंटे के नोटिस पर लॉकडाऊन करने के कारण लाखों श्रमिक व कामगार घर वापस लौटने से वंचित हो गए। 1947 के बंटवारे के बाद देश ने पहली बार यह दिल दहलाने वाला मंजर देखा कि हजारों श्रमिक व कामगार सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल घर वापसी के लिए मजबूर हो गए। न राशन, न पैसा, न दवाई, न साधन, पर केवल अपने परिवार के पास वापस गांव पहुंचने की लगन। उनकी व्यथा सोचकर ही हर मन कांपा और फिर उनके टूढ़ निश्चय और संकल्प को हर भारतीय ने सराहा भी।

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अपने बयान में सोनिया गांधी ने कहा कि देश और सरकार का कर्तव्य क्या है? आज भी लाखों श्रमिक व कामगार पूरे देश के अलग अलग कोनों से घर वापस जाना चाहते हैं, पर न साधन है, और न पैसा। दुख की बात यह है कि भारत सरकार व रेल मंत्रालय इन मेहनतकशों से मुश्किल की इस घड़ी में रेल यात्रा का किराया वसूल रहे हैं। श्रमिक व कामगार राष्ट्र निर्माण केन्द्र है। जब हम विदेशों में फसे भारतीयों को अपना कर्तव्य समझकर हवाई जहाजों से नि:शुल्क वापस लेकर आ सकते हैं, जब हम गुजरात के केवल एक कार्यक्रम में सरकारी खजाने से 100 करोड़ रु. ट्रांसपोर्ट व भोजन इत्यादि पर खर्च कर सकते हैं, जब रेल मंत्रालय प्रधानमंत्री के कोरोना फंड में 151 करोड़ रु. दे सकता है, तो फिर तरक्की के इन ध्वजवाहकों को आपदा की इस घड़ी में नि:शुल्क रेल यात्रा की सविधा क्यों नहीं दे सकते?

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सोनिया ने कहा कि कांग्रेस ने मेहनतकश श्रमिकों व कामगारों की इस नि:शुल्क रेलयात्रा की मांग को बार बार उठाया है। दुर्भाग्य से न सरकार ने एक सुनी और न ही रेल मंत्रालय ने। इसलिए, कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद श्रमिक व कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च वहन करेगी और इस बारे में जरूरी कदम उठाएगी।

 

सोनिया गांधी के निर्देश के बाद कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल ने प्रदेश कांग्रेस कमेटियों से कहा है कि वे अपने संसाधनों से प्रवासी मजदूरों को घर भेजने की व्यवस्था  करें।