कोविड केयर सेंटर और अस्पताल में भर्ती होने से पहले माता पिता को बताना होगा कि उनके मासूम बच्चों की देखभाल कौन करेगा

महिला बाल विकास ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर मांग की है कि अस्पताल में भर्ती होने से पहले मरीजों से बच्चों की देखभाल को लेकर पूछा जाए की उनकी स्थान पर बच्चों का पालन पोषण की जिम्मेदारी किसकी होगी, कोरोना की वजह से हजारों बच्चे हो चुके हैं अनाथ, देखभाल करने वाला नहीं है कोई

Updated: May 07, 2021, 08:34 AM IST

Photo courtesy: Verywell Family
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अब कोरोना के गंभीर मरीजों को अस्पताल या कोविड केयर सेंटर में भर्ती होने से पहले यह बताना अनिवार्य हो सकता है कि उनकी अनुपस्थिति में उन मरीजों के मासूम बच्चों की देखभाल कौन करेगा। माना जा रहा है कि जल्द ही अस्पतालों में भरवाए जाए फार्म में इस जानकारी के लिए कोई नया कालम शुरु किया जाए।

दरअसल महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि मरीजों को अस्पताल में भर्ती करते वक्त यह भी पूछ लिया जाए कि उनके ठीक होने तक या उनके नहीं रहने पर उनके बच्चों की देखभाल कौन करेगा। देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और मौतों के आकंड़े चिंता जनक है। वहीं इतनी मौतों की वजह से हजारों बच्चों के सिर से उनके माता पिता का साया उठ गया है। बच्चे अनाथ हो गए हैं। बच्चों की देखभाल करने वाला कोई नहीं बचा है। बच्चों की दुर्दशा हो रही है। वहीं बच्चों के साथ दुर्व्यवहार, हिंसा और शोषण की भी आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।

ऐसी स्थिति में सरकार चाहती है कि कि बच्चों की उचित देखभाल का इंतजाम पहले से ही कर लिया जाए। इस बारें में अस्पताल में भर्ती होते समय ही बच्चों के पेरेंट्स बता दें कि उनके बच्चों की देखभाल कौन करेगा। वहीं फार्म में उन लोगों के मोबाइल नंबर और पता दे दिया जाए। ऐसा इसलिए कि अगर मरीजों के साथ किसी तरह का कोई हादसा हो जाए तो मासूम बच्चों की दुर्गति नहीं हो। इस बारे में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को चिट्टी लिखी है। इस चिट्ठी के जरिए मांग की गई है कि स्वास्थ्य विभाग देश के सभी अस्पतालों और कोरोना केयर सेंटर्स को अस्पताल में दाखिल होते समय भरे जाने वाले फार्म में एक कॉलम शामिल करे, जिसमें यह भरवाया जाए कि उनकी गैर मौजूदगी में उनके बच्चे किसके पास रहेंगे, और उनके बच्चे किसे सौंपे जाएं।

 महिला बाल विकास विभाग ने स्वास्थ्य विभाग से कहा है कि अस्पतालों और कोविड केयर सेंटरों को निर्देशित करें कि अस्पताल में भर्ती होते वक्त भरे जाने वाले फार्म में एक कालम शामिल किया जाए, और भरवाया जाए कि उनके बच्चे किसको दिए जाएं।

भारत में कोरोना का कहर जारी है गुरुवार को देश भर में 4 लाख से ज़्यादा कोरोना के मामले सामने आए है। करीब 4 लाख 14 हज़ार लोग कोरोना से संक्रमित हुए। जबकि 3900 से ज़्यादा मरीजों की मौत हुई।