भारत में ओमिक्रॉन के घातक सब वेरिएंट BA.4 मिलने की पुष्टि, हैदराबाद में मिला पहला केस

इन्साकॉग ने जानकारी दी है कि हैदराबाद में BA.4 वेरिएंट का पहला केस पाया गया है, यह स्ट्रेन दक्षिण अफ्रीका में नए बड़ी लहर के लिए जिम्मेदार रहा है और इम्युन सिस्टम को प्रभावित करने में सक्षम है

Updated: May 21, 2022, 06:38 AM IST

Photo Courtesy: The Financial Express
Photo Courtesy: The Financial Express

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के घातक BA.4 सब वेरिएंट ने भारत में दस्तक दे दी है। देश में इस सब वेरिएंट का पहला केस हैदराबाद में मिला है। इन्साकॉग ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी है। यह म्यूटेटेड स्ट्रेन दक्षिण अफ्रीका में नए बड़ी लहर के लिए जिम्मेदार रहा है और इम्युन सिस्टम को प्रभावित करने में सक्षम है।

इंडियन SARS-CoV-2 कंसोर्टियम ऑन जीनोमिक्स (INSACOG) से जुड़े वैज्ञानिकों के मुताबिक भारत से, BA.4 सब वेरिएंट का विवरण GISAID पर 9 मई को दर्ज किया गया था। इसकी पुष्टि करते हुए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के एक वैज्ञानिक ने भी मनीकंट्रोल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में देश के अन्य शहरों में BA.4 के रेंडम केस मिलने का पता चला है।

यह भी पढ़ें: ज्ञानवापी मामले में फेसबुक पोस्ट को लेकर प्रोफेसर रतनलाल गिरफ्तार, दलित संगठनों ने कार्रवाई के खिलाफ खोला मोर्चा

बताया जा रहा है कि नए स्ट्रेन का पता लगाने के बाद, दक्षिण अफ्रीका से हैदराबाद की यात्रा करने वाले उस व्यक्ति के संपर्क में आने वालों का पता लगाना शुरू कर दिया गया है। वह असिम्प्टोमैटिक था और उसका नमूना 9 मई को एकत्र किया गया था। Omicron के BA.4 और BA.5 दोनों प्रकार दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस की पांचवीं लहर के लिए जिम्मेदार रहा है और हाल ही में अमेरिका और यूरोप में भी इसके केस दर्ज किए गए हैं।

बता दें कि यह स्ट्रेन कोरोना संक्रमण व वैक्सिनेशन से मिले इम्युन सिस्टम को प्रभावित करने में सक्षम है। हालांकि भारतीय वैज्ञानिकों का मानना है कि इस साल जनवरी में देश में आई ओमिक्रॉन वेरिएंट की लहर के कारण भारतीय आबादी में बेहतर और व्यापक इम्युन रिस्पॉन्स देखने को मिला, जिससे संक्रमण के फैलने की संभावना कम है।