केजरीवाल ने विधानसभा में फाड़ीं कृषि कानूनों की प्रतियां, कहा- देश का हर किसान भगत सिंह

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार से कहा, अंग्रेजों से भी बुरे न बनें, अंग्रेजों ने 9 महीने के विरोध के बाद वापस लिया था कानून, आप 20 दिन में ही वापस ले लो

Updated: Dec 17, 2020, 11:42 PM IST

Photo Courtesy : Twitter
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नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में नए कृषि कानूनों पर चर्चा के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने तीनों कानूनों की प्रतियां फाड़कर अपना विरोध जताया है। केजरीवाल ने सदन में कहा कि कानून की प्रतियां फाड़ते हुए मुझे दर्द हो रहा है लेकिन आज मेरे देश के अन्नदाता सड़कों पर हैं। उन्होंने केंद्र सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि वह अंग्रेजों से भी ज्यादा बुरी न बने और जल्द इन कानूनों को वापस ले।

दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल सरकार ने भारी हंगामे के बीच केंद्र के नए कानून वापस लिए जाने की मांग को लेकर सदन में प्रस्ताव भी पास कर दिया है। इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल के अलावा पर्यावरण मंत्री गोपाल राय और आप के तीन विधायकों ने भी कृषि कानून की प्रतियां फाड़ दीं। सीएम केजरीवाल ने कहा कि किसान आंदोलन में रोज एक किसान शहीद हो रहा है, संत बाबा रामसिंह ने केंद्र द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने पर अपनी जान दे दी। केंद्र सरकार ये समझ ले कि किसान ऐसे जाने वाले नहीं हैं।

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हर किसान बन गया भगत सिंह

सीएम केजरीवाल ने इस दौरान कहा, 'मैं केंद्र से पूछना चाहता हूं कि किसानों को और कितनी कुर्बानियां देनी पड़ेंगी, ताकि उनकी आवाज सुनी जा सके। आज हर किसान भगत सिंह बन गया है। सरकार कह रही है कि वह किसानों तक पहुंचकर कृषि कानूनों के लाभों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों से कहा कि वे इन बिलों से लाभान्वित होंगे क्योंकि उनकी जमीन नहीं छीनी जाएगी और मंडियां बंद नहीं होंगी। क्या यह लाभ है?'

अंग्रेजों से बदतर न बने सरकार

केजरीवाल ने इस दौरान मोदी सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि वह अंग्रेजी हुकूमत से भी बुरी न बने। उन्होंने कहा, 'इन तीन कृषि कानूनों को कोरोना वायरस महामारी के दौरान संसद में पारित करने की ऐसी क्या जल्दी थी? यह पहली बार हुआ है कि राज्यसभा में मतदान के बिना तीनों कानून पास कर दिए गए। अंग्रेजों के समय भी ऐसा ही एक आंदोलन हुआ था। मेरी केंद्र सरकार से अपील की कि वे अंग्रेजों से बदतर न बने। उन्होंने 9 महीने में कानून वापस ले लिए थे आप 20 दिन बाद ही ले लो।'

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केजरीवाल ने आगे कहा, 'बीजेपी वाले कहते हैं कि किसान अब अपनी फसल पूरे देश में कहीं भी बेच सकता है। धान का MSP 1868 रुपये है, ये बिहार और उत्तर प्रदेश में 900-1000 रुपये में बिक रहा है। मुझे बता दीजिए कि ये किसान देश में कहां अपनी फसल बेचकर आएं। मेरी केंद्र सरकार से अपील की कि वह इन काले कानूनों को वापस ले। 20 दिनों के विरोध के दौरान 20 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है। इस आंदोलन में औसतन एक किसान प्रतिदिन शहीद हो रहा है।'