TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन शीतकालीन सत्र से निलंबित, आसन की ओर रूल बुक उछालने का आरोप

डेरेक ओ ब्रायन ने मंगलवार को निर्वाचन (संशोधन) विधेयक 2021 पर चर्चा के दौरान कथित तौर पर रूल बुक को आसन की ओर उछाल दिया, जिसके बाद उन्हें शीतकालीन सत्र की बची हुई अवधि से निलंबित कर दिया गया है

Updated: Dec 21, 2021, 04:27 PM IST

Photo Courtesy: DNA India
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नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन को भी अब राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। शीतकालीन सत्र की बची हुई अवधि यानी दो दिनों के लिए वो सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं हो सकेंगे। टीएमसी नेता पर आसन की ओर रूल बुक उछालने का आरोप है और इसी वजह से उन्हें निलंबित किया गया है। उस वक्त राज्य सभा में इलेक्शन रिफॉर्म बिल पर चर्चा हो रही थी। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने बिल पेश करने से पहले सदस्यों से किसी तरह की चर्चा नहीं की। वोटर कार्ड को नागरिकों के आधार कार्ड से जोड़ने को लेकर पास हुए इस बिल को विपक्ष लोकतांत्रिक अधिकारों के दमन के रूप में देख रहा है। 

मंगलवार को ऊपरी सदन में निर्वाचन अधिनियम(संशोधन), 2021 पर चर्चा हो रही थी। इसी दौरान डेरेक ओ ब्रायन ने कथित तौर पर रूल बुक को आसन की ओर उछाल दिया। जिसके बाद पीठासीन अध्यक्ष सस्मित पात्रा ने टीएमसी नेता को पूरे सत्र से निलंबित करने का फरमान सुना दिया। केंद्रीय मंत्री और राज्य सभा के नेता पीयूष गोयल ने इसे देश का अपमान बताया तो डेरेक ओ ब्रायन ने उनके आरोप को ही गलत बताते हुए राज्य सभा से उस वक्त के वीडियो फुटेज रिलीज करने की मांग की है।

टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने अपने निलंबन पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि पिछली बार उन्हें तब निलंबित किया गया था जब बीजेपी जबरन कृषि कानूनों को पारित करा रही थी। सभी जानते हैं कि उसके बाद क्या हुआ? आज बीजेपी द्वारा संसद का मजाक उड़ाए जाने का विरोध करने पर मुझे निलंबित किया गया है। उन्होंने संसद में टीवी पर सेंसर का भी आरोप लगाया है।

विपक्षी नेताओं ने भी बिल के विरोध में सदन से वॉक आउट कर दिया। विपक्ष इस बिल को चयन समिति में भेजने की मांग कर रहा था। लेकिन विपक्ष के इस प्रस्ताव को अनुमति नहीं दी गई। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि इस विधेयक को अलोकतांत्रिक तरीके से पारित किया गया है।

इस कार्रवाई के बाद अब डेरेक भी उन बारह सांसदों में शामिल हो गए हैं, जो शीतकालीन सत्र के पहले दिन से ही निलंबित चल रहे हैं। ये बारह सांसद पूरे सत्र महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने बैठकर सरकार की इस कार्यवायी का विरोध कर रहे हैं। डेरेक ओ ब्रायन ने इसे आपातकाल से भी बुरा वक्त करार दिया है और कहा है कि देश में संसद की मर्यादा समाप्त करने की कोशिश की जा रही है।