केन्या में लापता दो भारतीयों को ढूंढने की कवायद तेज, भारतीय उच्चायोग ने राष्ट्रपति से की बात
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि इस मामले की विस्तृत जांच की जाएगी। हम केन्या की सरकार के साथ नियमित रूप से सम्पर्क में हैं।

नई दिल्ली। केन्या में लापता हुए दो भारतीयों के मामले पर सोमवार को विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी। मंत्रालय की ओर से कहा गया कि केन्या में भारत के दो नागरिकों के लापता होने के मामले में भारतीय उच्चायोग ने वहां के राष्ट्रपति विलियम सामोई रूटो से जांच में तेजी लाने का आग्रह किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि, ‘हम दो लापता भारतीयों, जुल्फिकार अहमद खान और जायद सामी किदवई का पता लगाने के लिये केन्या की सरकार के साथ नियमित रूप से सम्पर्क में हैं। नैरोबी में हमारी उच्चायुक्त नामग्या खाम्पा ने आज (सोमवार को) को वहां के राष्ट्रपति विलियम सामोई रूटो से भेंट की और उन्हें हमारी चिंताओं से अवगत कराया। साथ ही, इस मामले की जांच तेजी से कराने का आग्रह भी किया।'
Our response to media queries on the two Indian nationals missing in Kenyahttps://t.co/eXzMMmvGaJ pic.twitter.com/T3XrnqGJ7i
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) October 24, 2022
बागची ने कहा कि नई दिल्ली में केन्या के उच्चायुक्त को भी 23 अक्टूबर को मंत्रालय बुलाया गया था और उन्हें इस मामले में हमारी चिंताओं से अवगत कराया गया था। बागची ने कहा, ‘केन्या में हमारा उच्चायोग दोनों लापता भारतीयों के परिवार के साथ सम्पर्क में है और उन्हें सहयोग दे रहा है। उन्होंने बताया कि इस मामले की केन्या पुलिस की विदेश मामलों की इकाई (आईएयू) सक्रियता से जांच कर रही है।
यह भी पढ़ें: भारतीय मूल के ऋषि सुनक होंगे ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री, 190 सांसदों का मिला समर्थन
इससे पहले केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो के एक करीबी ने दावा किया है कि पिछले चार महीने से लापता दो भारतीयों को डीसीआई की इकाई ने मार दिया है। इनमें से एक जुल्फिकार खान हैं जो बालाजी टेलीफिल्म्स के पूर्व सीओओ और स्टार टीवी के पूर्व कार्यकारी थे। वह केन्या में राष्ट्रपति विलियम रुटो के क्वांजा डिजिटल अभियान टीम का हिस्सा थे। जुल्फिकार और उनके दोस्त को ढूंढने के लिए इससे पहले फिल्म डायरेक्टर एकता कपूर और परिवारवाले भारत सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मदद मांग चुके हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुल्फिकार अहमद खान और मोहम्मद जैद सामी ने राष्ट्रपति रूटो के विशेष अभियान में बहुत योगदान दिया था। दो भारतीयों के लापता होने के पीछे टीम का हाथ होने का संदेह है। दोनों जुलाई महीने में मोम्बासा रोड से टैक्सी ड्राइवर निकोडेमस मवानिया के साथ लापता हो गए थे। इसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चल सका है।