गुवाहाटी से मुंबई लौटेंगे एकनाथ शिंदे, 50 MLAs के समर्थन का दावा, अमित शाह से मिलने पहुंचे फडणवीस

शिवसेना के बागी कैंप के नेता एकनाथ शिंदे ने जल्द मुंबई वापस जाने की बात कही है, मंगलवार को वह मीडिया के सामने आए और कहा कि हम शिवसेना नहीं छोड़ रहे हैं, अब भी हम शिव,सैनिक हैं, बाला साहब के सिद्धांतों के साथ आगे बढ़ेंगे

Updated: Jun 28, 2022, 09:49 AM IST

मुंबई। महाराष्ट्र के मुंबई से शुरू हुआ सियासी संकट गुजरात के सूरत, असम के गुवाहाटी होता हुआ अब नई दिल्ली स्थित सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। पिछले एक हफ्ते से सियासी खींचतान जारी है। बीजेपी नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान पर प्रभावी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। खबर है कि वो अपने चार्टर विमान से मुंबई से दिल्ली पहुंच चुके हैं। यहां वे महाराष्ट्र में नई सरकार गठन करने में आ रही अड़चनों को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के साथ बातचीत करेंगे।

उधर गुवाहाटी में डेरा जमाए शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने जल्द मुंबई वापस जाने की बात कही है। मंगलवार को शिंदे कई दिन बाद मीडिया के सामने आए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम अलग से पार्टी नहीं बना रहे हैं। हम तो आज भी शिवसेना में ही हैं। गुवाहाटी में बागी विधायकों के साथ मीटिंग के बाद एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व को आगे ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे प्रवक्ता दीपक केसरकर आगे की रणनीति के बारे में जानकारी देंगे। एकनाथ शिंदे ने कहा कि कुल 50 विधायक हमारे साथ हैं और एकजुट हैं।

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शिंदे ने आगे कहा कि, 'शिवसेना की तरफ से अफवाह फैलाई जा रही है। आप  निश्चिन्त रहिये, आप बिलकुल फ़िक्र ना करें। यहाँ सारे लोग ख़ुशी मे हैं। हमारे संपर्क मे इतने लोग हैं….ऐसी खबर शिवसेना की तरफ से फैलाई जा रही है। कृपा करके उन विधायकों के नाम देने चाहिए ताकि उसमे कुछ स्पष्टता जाएगी। इसमें गलत खबर देके गुमराह करने का काम हो रहा हैं। इसमें किसी को मन मे शंका पैदा करने की जरुरत नहीं। हमारे पास जो 50 लोग हैं वो खुद की मर्जी से आये हैं और वो खुश हैं।'

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि बीजेपी और एकनाथ शिंदे गुट के बीच नई सरकार के गठन को लेकर चर्चा हो गई है। खबरों के मुताबिक भाजपा अपने कोटे में 29 मंत्री रखना चाहती है, जबकि एकनाथ शिंदे गुट को भी 13 मंत्री पद मिलेंगे। इनमें 8 कैबिनेट मंत्री होंगे और 5 राज्यमंत्री के पद होंगे। यही नहीं एकनाथ शिंदे गुट की ओर से डिप्टी सीएम के पद की भी मांग की जा रही है, लेकिन इस पर अब तक सहमति नहीं बन सकी है।