परमाणु और अंतरिक्ष क्षेत्र भी निजी कंपनियों के हवाले

पीपीई मॉडल के तहत परमाणु क्षेत्र में अनुसंधान रिएक्टरों की स्थापना की जाएगी.

Publish: May 17, 2020, 06:45 AM IST

लगातार चौथे दिन आर्थिक पैकेज के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए वित्त मंत्री ने अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा क्षेत्र के लिए भी घोषणाएं कीं.

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी कंपनियों को जगह दी जाएगी. वित्त मंत्री ने कहा कि सैटेलाइट निर्माण, लॉन्चिंग और अंतरिक्ष से जुड़ी सेवाओं में निजी कंपनियों को बराबर अवसर दिए जाएंगे.

वित्त मंत्री ने कहा कि निजी कंपनियां इसरो की सुविधाओं और दूसरे उपकरणों का प्रयोग अपनी क्षमता का विकास करने के लिए कर पाएंगी. वहीं ग्रहों की खोज और ऑउटर स्पेस ट्रेवेल जैसे प्रोजेक्ट में भी प्राइवेट सेक्टर भाग ले पाएगा.

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वहीं परमाणु क्षेत्र को लेकर घोषणा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि पीपीपी मॉडल के तहत अनुसंधान रिएक्टरों की स्थापना की स्थापा की जाएगी. इससे कैंसर और दूसरी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए सस्ते मेडिकल आइसोटोप्स का उत्पादन किया जाएगा.

वित्त मंत्री ने कहा कि पीपीपी मॉडल के ही तहत विकिरण तकनीक सुविधाओं की स्थापना की जाएगी. इससे खाद्य पदार्थों का संरक्षण किया जाएगा. इस तकनीक से कृषि क्षेत्र को सहायता मिलेगी.

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वित्त मंत्री ने कहा कि देश के मजबूत स्टार्टअप इकोसिस्टम को न्यूक्लियर सेक्टर से जोड़ा जाएगा ताकि तकनीक क्षेत्र के उद्यमियों को मदद मिले.