झारखंड रोपवे हादसा: 22 घंटे से हवा में लटके हैं 40 श्रद्धालु, दो की मौत, एयरफोर्स ने संभाला मोर्चा
झारखंड के सबसे ऊंचे देवघर त्रिकूट रोपवे की दो ट्रॉलियां आपस में टकरा गई, इस हादसे के बाद से रोपवे बंद हो गई और करीब 48 लोग फंस गए, 20 घंटे बाद एयरफोर्स ने काफी मशक्कत से 8 लोगों को रेस्क्यू किया
देवघर। झारखंड के सबसे ऊंचे रोपवे पर हुए हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए वायु सेना ने मोर्चा संभाल लिया है।एयरफोर्स के 2 MI-17 हेलीकॉप्टर ट्रॉली में फंसे लोगों को बचाने में जुटे हैं। करीब 20 घंटे बाद एयरफोर्स 8 लोगों को निकाल पाई है, जबकि करीब 40 जानें अब भी हवा में लटकी हुई है।
जानकारी के मुताबिक रविवार को रामनवमी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवघर के त्रिकुट पहाड़ आए थे। रोपवे के जरिए कई लोग आ-जा रहे थे कि तभी नीचे आते वक्त एक ट्रॉली ऊपर जा रही ट्रॉली से टकरा गई। इसके बाद रोपवे की तीन ट्रॉलियां डिस्प्लेस हुई और ऊपर की ट्रॉलियां भी हिलने लगीं और पत्थरों में जाकर टकरा गई। इस हादसे में ट्रॉली में सवार लोग घायल हो गए।
एक तरफ रोमांचक दृश्य और दूसरी ओर सांसत में जानः झारखंड के देवघर में त्रिकुटी पहाड़ के रोपवे में फंसे पर्यटकों को सकुशल नीचे उतारा जार रहा है. जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम लगी है. एयर फोर्स के हेलीकॉप्टर से देखें किस तरह राहत बचाव का कार्य हो रहा है... pic.twitter.com/iprUdzVI9g
— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) April 11, 2022
बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त करीब दो दर्जन से ज्यादा ट्रॉलियां हवा में ही थी। हादसे की जानकारी लगते ही वहां भगदड़ मच गए। कुछ लोगों को सुरक्षित निकाला गया लेकिन करीब 48 लोग काफी ऊंचाइयों पर फंसे हुए थे।लोगों को वायुसेना की मदद से रेस्क्यू किया जा रहा है, लेकिन हेलिकॉप्टर के पंखे की तेज हवा के कारण रेस्क्यू में परेशानी आ रही है। रोपवे की तार की वजह से हेलीकॉप्टर भी नजदीक नहीं पहुंच रहे हैं।
इस हादसे में अबतक दो लोगों की मौत हो चुकी है। सुबह 6 घंटे के प्रयास के बाद हेलिकॉप्टर लौट गया था। अब दोबारा प्लान करके रेस्क्यू शुरू किया गया है। कमांडो दो ट्रॉली के गेट खोलने में कामयाब हो गए। लेकिन इस तरह के करीब 12 ट्रॉलियों में श्रद्धालु फंसे हुए हैं। केबिन जमीन से करीब 2500 फीट की ऊंचाई पर है। लिहाजा ऑपरेशन शुरू करने से पहले सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया है।
झारखंड के देवघर में त्रिकुट रोपवे हादसा के बाद रेस्क्यू हो नहीं पा रहा है,लोग हवा में ही लटके हुए हैं
— Sohan singh (@sohansingh05) April 11, 2022
लगभग 18 घंटे से फंसे 45 पर्यटकों को रेस्क्यू कर हेलीकॉप्टर से नीचे उतारने की कोशिश की जा रही है.लेकिन लोगों को नीचे लाने में सफलता नहीं मिल रही है. @HemantSorenJMM pic.twitter.com/myo52J7fvs
ट्रॉली में फंसे हुए लोगों ने पूरी रात एक-दूसरे से बातचीत करते हुए समय गुजारा। देर रात केबिन में फंसे लोगों तक खाने का पैकेट पहुंचाने की कोशिश हुई। हालांकि कई लोगों तक खाना-पानी नहीं पहुंच सका। NDRF की टीम ने ओपन ट्राॅली से पैकेट केबिन में फेंकने की कोशिश की। ITBP की टीम भी मौके पर मौजूद है।
12 ट्रालियों में 48 लोगों के फंसे होने की हमें सूचना मिली थी। थोड़ी देर पहले 60 फीट नीचे वाली ट्राली से 4 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। एक अन्य ट्राली से भी 4 लोगों को निकाला है। कुल 8 लोग निकाले गए हैं: झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे पर ITBP के PRO विवेक पांडे, दिल्ली pic.twitter.com/gGG1tdPpOv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 11, 2022
घटना के बाद केबल कार से कूदने की कोशिश में पति-पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थानीय लोगों के मुताबिक हादसा होने के बाद रोपवे मैनेजर और दूसरे कर्मचारी मौके से भाग गए थे।