असम में पत्रकार की संदिग्ध मौत पर उठे सवाल, राहुल गांधी ने बताया हत्या
असम के पत्रकार पराग भुइयां को वाहन ने टक्कर मार दी थी, कांग्रेस का कहना है वे बीजेपी नेताओं के भ्रष्टाचार को उजागर कर रहे थे इसलिए उनकी हत्या की गई

गुवाहाटी/नई दिल्ली। असम के पत्रकार पराग भुइयां की संदिग्ध हालात में मौत का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पत्रकार की मौत को हत्या बताते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है। असम के एक न्यूज़ चैनल के पत्रकार पराग भुइयां की एक वाहन से टक्कर लगने पर मौत हो गई थी। असम पुलिस इसे सड़क हादसा बता रही है। लेकिन पराग भुइयां जिस चैनल के लिए रिपोर्टिंग करते थे, उसका आरोप है कि एक समझी साजिश के तहत पराग की हत्या की गई है।
राहुल गांधी ने इस मामले को उठाते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने वाले असम के पत्रकार पराग भुइयां संदिग्ध परिस्थिति में हत्या हो गयी। उनके परिवार को मेरी संवेदनाएं। असम, मध्य प्रदेश या उत्तर प्रदेश, भाजपा शासित राज्यों में सच्ची पत्रकारिता का गला घोंटा जा रहा है और तमाशा करने वालों को सुरक्षा मिल रही है।’
भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार का पर्दाफ़ाश करने वाले असम के पत्रकार पराग भुइयां की संदिग्ध परिस्थिति में हत्या हो गयी। उनके परिवार को मेरी संवेदनाएँ।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 13, 2020
असम, मध्य प्रदेश या यूपी, भाजपा शासित राज्यों में सच्ची पत्रकारिता का गला घोटा जा रहा है और तमाशा करने वालों को सुरक्षा मिल रही है।
कांग्रेस इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और असम कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र सिंह ने भी पत्रकार की मौत की सीबीआई जांच की मांग की है। उनका आरोप है पराग भुइयां सीएम सर्बानंद सोनोवाल के करीबी बीजेपी नेता की पोल खोलना चाहते थे। जितेंद्र सिंह का कहना है कि बीजेपी नेता ने एक सब इंस्पेक्टर को थप्पड़ मारा और काकोपोथार थाने से एक आरोपी को बलपूर्वक छुड़ाकर ले गए थे। पराग भुइयां इसी खबर को उजागर करना चाहते थे।
Heartfelt condolences to the family of Parag Bhuyan of @pratidintime News Channel, the brave young journalist who who tragically lost his life in trying to uphold the values of democracy . I Demand a CBI enquiry and arrest of the culprits who tried to silence his voice .
— Jitendra Singh Alwar (@JitendraSAlwar) November 12, 2020
पराग भुइयां जिस जिस चैनल में काम करते थे उसके प्रधान संपादक नितुम सैकिया का कहना है कि उनके वरिष्ठ संवाददाता की हत्या की गई है। क्योंकि वे काकोपोथार के आसपास के इलाके में हो रही अवैध गतिविधियों और भ्रष्टाचार को उजागर करने वाली रिपोर्टिंग करते थे। जिसके लिए उन्हें कई बार धमकी भी मिली थी।