नरेश त्रेहान ने स्कूलों के खुलने पर जताई आशंका, अगर बच्चे बीमार पड़ेंगे तो हमारे अस्पताल संभाल नहीं पाएंगे

नरेश त्रेहान ने कहा है कि अभी स्कूलों को नहीं खोला जाना ज्यादा बेहतर होगा, क्योंकि इस समय हमारी मेडिकल तैयारियां उतनी सक्षम नहीं हैं कि बच्चों के बीमार पड़ने पर संभाल सकें

Publish: Aug 31, 2021, 06:28 AM IST

प्रतिकात्मक तस्वीर
प्रतिकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली। कई राज्यों ने कोरोना की धीमी पड़ती रफ्तार को देखते हुए स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया है। लेकिन मेदांता अस्पताल के चेयरमैन नरेश त्रेहान मौजूदा वक्त में स्कूलों को खोला जाना सही नहीं मानते। नरेश त्रेहान ने यह आशंका जाहिर करते हुए कहा है कि अगर बच्चे बीमार पड़ेंगे तो हमारे अस्पताल संभाल नहीं पाएंगे। 

नरेश त्रेहान ने कहा है कि अभी के हालात में स्कूलों को खोलने का विचार सही नहीं है। क्योंकि इस समय हमारी मेडिकल तैयारियां वैसी नहीं हैं कि छोटे बच्चों के बीमार पड़ने पर हमारे अस्पताल संभाल सकें। स्कूल खोलने में अभी थोड़ा और वक्त लिया जा सकता था।

नरेश त्रेहान ने इसके लिए अमेरिका का उदाहरण दिया। डॉ त्रेहान ने कहा कि हमें इस मामले में अमेरिका से सबक लेनी चाहिए। वहां स्कूल खुलने के बाद अस्पतालों में बच्चों की संख्या बढ़ गई है। त्रेहान ने कहा कि हमें इस मसले पर दोबारा विचार करना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मैं चाहता हूं कि मैं गलत साबित हो जाऊं।नरेश त्रेहान ने जल्द ही बच्चों के लिए टीका उपलब्ध होने की बात कही। 

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बिहार, मध्य प्रदेश, दिल्ली समेत कई राज्यों ने स्कूल खोलने का फैसला किया है। कोरोना की दूसरी लहर भले ही कमजोर पड़ गई हो, लेकिन अभी भी संक्रमण की तीसरी लहर का खतरा टला नहीं है। खुद गृह मंत्रालय अक्टूबर महीने में कोरोना की तीसरी लहर आने की चेतावनी दे चुका है। गृह मंत्रालय ने हाल ही में पीएमओ को एक रिपोर्ट सौंपते हुए कहा था कि कोरोना की तीसरी लहर से सबसे ज्यादा खतरा बच्चों हो है।