देश का हर पांचवां नागरिक हो चुका है कोरोना से संक्रमित, ICMR के सीरो सर्वे में हुआ खुलासा
ICMR के तीसरे सीरो सर्वे के आँकड़े जारी, 70 फीसदी से ज़्यादा लोगों पर मंडरा रहा है कोरोना का खतरा

नई दिल्ली। देश भर में हर पांचवां नागरिक अब तक कोरोना से संक्रमित हो चुका है, भले ही उसे इसका पता चला हो या नहीं। यह खुलासा आईसीएमआर के सीरो सर्वे में हुआ है। आईसीएमआर के तीसरे सर्वे में 18 साल से ज्यादा उम्र के करीब 21 फीसदी लोगों के शरीर में कोविड 19 एंटीबॉडी मिले हैं। इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि उनका शरीर कभी न कभी कोरोना से संक्रमित हुआ है, जिसके कारण उनके शरीर में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हुई है। सर्वे से यह भी पता चलता है कि देश की 70 फीसदी से ज़्यादा आबादी पर अब भी कोरोना का खतरा मंडरा रहा है।
आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने बताया कि 7 दिसंबर से 8 जनवरी के बीच देश के अलग अलग हिस्सों में यह सर्वे किया गया था। भार्गव के मुताबिक 18 वर्ष की उम्र से अधिक 28,859 लोगों को इस सर्वे की प्रक्रिया में शामिल किया गया था। जिसमें 21.4 फीसदी लोगों में कोरोना की चपेट में आने की पुष्टि हुई है। सीरो सर्वे में लोगों का सीरोलॉजिकल टेस्ट (serological test) किया जाता है। इस टेस्ट में अगर किसी के शरीर में कोविड 19 इंफेक्शन से लड़ने वाले एंटीबॉडीज़ पाए जाते हैं, तो यह इस बात का संकेत है कि उन्हें पहले कभी कोरोना का इंफेक्शन हो चुका है।
बलराम भार्गव ने सर्वे की जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 19.1 फीसदी आबादी में कोरोना एंटीबॉडी के साक्ष्य मिले हैं। जबकि शहरी क्षेत्रों में यह आंकड़ा 31.7 फीसदी है। आईसीएमआर के सर्वे में स्वास्थ्यकर्मियों के खून के नमूने भी लिए गए थे। करीब 7,171 स्वास्थ्यकर्मियों को प्रक्रिया में शामिल किया गया जिसमें 25.7 फीसदी स्वास्थ्यकर्मियों के पूर्व में संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
बलराम भार्गव ने बताया कि इस समय देश की 70 फीसदी से ज़्यादा आबादी पर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। लिहाज़ा हमें इस समय कोरोना से बचाव के लिए युद्ध स्तर पर सावधान रहने की ज़रूरत है। इससे पहले आईसीएमआर ने मई-जून और अगस्त-सितंबर में भी सीरो सर्वे किया था। पहले सीरो सर्वे में 0.7 जबकि दूसरे सर्वे में 7 फीसदी लोगों के कोरोना की चपेट में आने की बात सामने आई थी।