PM को पहले देश में गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी के बारे में जवाब देना चाहिए, UCC पर बोली कांग्रेस

कोई भी कानून बनता है तो वह सबके लिए होता है और उसे उसका पालन करना ही पड़ता है तो फिर उस बिल पर चर्चा करने की क्या जरूरत है जो पहले ही पारित हो चुका है?: तारिक अनवर

Updated: Jun 27, 2023, 07:13 PM IST

नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद बीजेपी एक बार फिर ध्रुवीकरण की पिच पर लौटती नजर आ रही है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का राग छेड़ दिया है। पीएम मोदी ने मंगलवार को कहा कि एक घर दो कानूनों से नहीं चल पाएगा, ठीक उसी तरह से एक देश में दो कानून नहीं हो सकते हैं।

पीएम मोदी के इस बयान पर विपक्षी दलों की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पीएम मोदी को पहले देश में गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी के बारे में जवाब देना चाहिए। वह कभी मणिपुर मुद्दे पर नहीं बोलते, पूरा राज्य जल रहा है  वह सिर्फ इन सभी मुद्दों से लोगों का ध्यान भटका रहे हैं।

मामले पर कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा कि कोई भी कानून बनता है तो वह सबके लिए होता है और उसे उसका पालन करना ही पड़ता है तो फिर उस बिल पर चर्चा करने की क्या जरूरत है जो पहले ही पारित हो चुका है? पीएम मोदी ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि चुनाव सामने हैं और उन्होंने देश के लिए कुछ नहीं किया है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने भी पीएम मोदी के बयान पर पलटवार किया है। जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड एक ऐसा विषय है जिस पर कि सभी राजनीतिक दलों और सभी हितधारकों को बात करनी चाहिए। बीजेपी सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करती है जिससे कि धार्मिक ध्रुवीकरण हो।

पीएम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी को यह समझने की जरूरत है कि अनुच्छेद 29 एक मौलिक अधिकार है। मुझे लगता है कि पीएम मोदी को यह समझ नहीं आया। संविधान में धर्मनिरपेक्षता की बात है। इस्लाम में शादी एक कॉन्ट्रैक्ट है। हिंदुओं में जन्म-जन्म का साथ है। क्या आप सबको मिला देंगे? भारत की विविधता को वे एक समस्या समझते हैं।