Digvijaya Singh: झूठ बोलकर गुमराह करना बंद करें मोदी, मन की बात के किस्से पर कांग्रेस का पलटवार

प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात में महाराष्ट्र के एक मक्का किसान की मिसाल देकर केंद्र सरकार के नए कृषि क़ानूनों को किसानों के हित में बताया था

Updated: Nov 30, 2020, 08:45 PM IST

Photo Courtesy: The Federal News
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भोपाल/दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात में सुनाए गए उस किस्से पर निशाना साधा है, जिसमें उन्होेंने मक्का किसान को नए कृषि कानून से काफी फायदा होने का दावा किया था। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने देश के किसानों की असली हालत की तरफ ध्यान खींचते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी को देश के किसानों से झूठ बोलकर गुमराह नहीं करना चाहिए। कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी मक्के की खेती करने वाले किसान को नए कानून से फायदा होने के  मोदी के दावे पर तीखा हमला किया है।

MSP से 800 रुपये कम में बिक रहा है मक्का : दिग्विजय सिंह 

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि आज किसानों का गेंहू महज़ 1400-1500 रुपये प्रति क्विंटल में बिक रहा है, जो न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से 500 रुपये कम है। जबकि मक्का के लिए किसानों को महज़ 1000 से 1100 रुपये प्रति क्विंटल का भाव मिल रहा है, जो MSP से 800 रुपये कम है। दिग्विजय सिंह ने इन हालात में मक्का किसान को फायदा होने के पीएम मोदी के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा है, " मोदी जी आप किस दुनिया में हैं ? ज़रा किसानों से बात तो करो। केवल झूठ बोल कर देश को गुमराह करना बंद करो। मोहन भागवत जी आपका भारतीय किसान संघ कहाँ है ?"

इसके साथ ही कांग्रेस महासचिव और प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी मक्का किसानों की दयनीय स्थिति का मसला उठाते मोदी सरकार पर  हमला बोला है। सुरजेवाला ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने इन काले कानूनों को सही ठहराने के लिए मक्का के एक किसान का उदाहरण दे दिया। जबकि हकीकत कुछ और ही बयां करती है। सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार ने मक्का किसानों को एक षडयंत्र के तहत नुकसान पहुंचाया है। 

मक्का किसान बेहाल, इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती करके बढ़ाया गया आयात

रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आप बिहार से मध्य प्रदेश तक चले जाइए। मक्का के किसानों की स्थिति से आप अवगत हो जाएंगे।  सुरजेवाला ने कहा कि मक्का का समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल 1850 रुपए है। लेकिन आप बिहार के सीमांचल से मध्य प्रदेश तक चले जाइए किसानों को प्रति क्विंटल केवल 800 से 900 रुपए तक ही मिले। 

इतना ही नहीं सुजेवाला ने आगे कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसान वाजिब दामों के लिए सरकार से गुहार लगाते रहे लेकिन, मोदी सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। सुरजेवाला ने कहा कि किसानों की गुहार सुनने की जगह सरकार ने विदेशों से मक्का का आयात करना शुरू कर दिया। जब किसानों की मक्का की फसल तैयार ही हो रही थी उससे पहले ही मोदी सरकार ने विदेशों से मक्का आयात कर लिया।

सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार ने मक्का पर इंपोर्ट ड्यूटी भी घटा दी जिससे देश के किसानों को और ज़्यादा नुकसान झेलना पड़ा। सरकार ने मक्का पर इंपोर्ट ड्यूटी 50 प्रतिशत से घटाकर महज़ 15 प्रतिशत कर दी है। इससे आयातित मक्का सस्ता हो गया और किसानों को अपनी फसल का वाजिब भाव मिलना बेहद मुश्किल हो गया। केंद्र सरकार ने इस वर्ष कुल पांच लाख टन मक्का आयात किया था।

मोदी ने मन की बात में क्या कहा था 

पीएम मोदी ने मन की बात में महाराष्ट्र के धुले जिले के एक मक्का किसान जितेंद्र भोईजी का किस्सा सुनाया। मोदी ने कहा कि जितेंद्र भोईजी ने अपना मक्का  3 लाख 25 हजार में व्यापारी को बेच दिया था। उन्हें 25 हजार रुपये एडवांस में भी मिले। लेकिन जितेंद्र भोईजी को बाकी पैसा 4 महीने तक नहीं मिला। लेकिन सितंबर में बने कानून से जितेंद्र भोई को मदद मिली। इस कानून में किसान को उसकी उपज खरीदने के तीन दिन बाद पूरा पेमेंट देने का प्रावधान है और भुगतान नहीं होने पर किसान शिकायत कर सकता है। इलाके के एसडीएम को एक महीने के अंदर किसान की शिकायत का निपटारा करना होगा। किसान भाई ने इस कानून के तहत शिकायत की तो चंद दिन में उनका बकाया चुका दिया गया। पीएम मोदी के मन की इसी बात को लेकर कांग्रेस ने उन्हें किसानों की असली हालत का आईना दिखाने में लगी है।