मप्र मेंं वन मैन आर्मी, राष्‍ट्रपति शासन की पैरवी

सांसद विवेक तन्‍खा के बाद एक और सांसद शशि थरूर ने मप्र में संवैधानिक संकट बताते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने की पैरवी की है। उन्‍होंने भी कहा है कि सीएम की सरकार यानी बिना मंत्रिमंडल के एक आदमी की सरकार असंवैधानिक है।

Publish: Apr 14, 2020, 01:21 AM IST

cpngress mp shashi tharoor
cpngress mp shashi tharoor

भोपाल। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने मप्र में शिवराज सिंह चौहान द्वारा कैबिनेट गठन न कर वनमैन आर्मी की तरह सरकार चलाने पर ट्वीट किया है। उन्‍होंने सांसद विवेक तन्‍खा की मांग का समर्थन किया है कि ऐसे में मप्र में राष्‍ट्रपति शासन लगा देना चाहिए। थरूर ने पूर्व मुख्‍यमंत्री कमलनाथ के उस बयान को भी रीट्वीट किया है जिसमें कहा गया है कि मप्र विधानसभा न चले और कमलनाथ सरकार गिराई जा सके यह सुनिश्चित करने के लिए ही संसद चलाई जा रही थी।

 

गौरतलब है कि  राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्‍खा ने मप्र में संवैधानिक संकट बताते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा है। उन्‍होंने लिखा है कि एकमात्र सीएम की सरकार यानी बिना मंत्रिमंडल के एक आदमी की सरकार एक अकल्पनीय संवैधानिक व्यवस्था प्रतीत हो रही है। कोरोना जैसी महामारी के बावजूद मध्यप्रदेश में कैबिनेट विहीन सरकार प्रदेश की 7.5 करोड़ जनता के जीवन के लिये ख़तरा है। प्रदेश के 7.5 करोड़ लोगों के अधिकारों, विशेषाधिकारों और जीवन की रक्षा सुनिश्चित की जाना चाहिये। प्रदेश में बिना मंत्रिमंडल के मुख्यमंत्री के काम करने को असंवैधानिक है।

क्लिक : कोरोना से कैसे लड़ेंगे जब मप्र में न स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री, न गृहमंत्री

पत्र में संविधान के अनुच्छेद 163 का हवाला देते हुए तन्खा ने कहा कि यद्यपि मुख्यमंत्री अकेले शपथ ले सकता है किन्तु जल्द ही मंत्रिपरिषद का गठन भी अनिवार्य है। मंत्रिमंडल के सहयोग अथवा सलाह पर राज्यपाल के नाम से सरकार का काम चलता है। बिना कैबिनेट के केवल मुख्यमंत्री के भरोसे सरकार चलना अकल्पनीय है और ये संविधान का मजाक है। तन्‍खा ने मप्र में राष्‍ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।