शंभू बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण, किसानों पर पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए मार्च कर रहे हैं। वे केंद्र पर अपने मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत करने का भी दबाव बना रहे हैं।

Updated: Dec 14, 2024, 03:06 PM IST

नई दिल्ली। फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी और कर्जमाफी समेत अन्य मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है। किसानों का दिल्ली मार्च शुरू हो गया है। शंभू बॉर्डर से 101 किसानों का जत्‍था रवाना हुआ, तो उनका सामना सुरक्षाबलों से हुआ है। किसान और सुरक्षाबल के जवान आमने-सामने हैं।

करीब आधे घंटे तक पुलिस से बहस के बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। 10 किसान घायल हुए हैं। जिन्हें इलाज के लिए पास के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। 

किसानों का आरोप है कि पुलिस ने रॉकेट लॉन्चर से बम-गोलियां चलाई। घग्गर नदी का गंदा पानी प्रयोग किया। मार्च के मद्देनजर हरियाणा सरकार ने अंबाला जिले के 12 गांवों में इंटरनेट बैन 18 दिसंबर तक बढ़ा दिया है।

खनौरी बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (नॉन पॉलिटिकल) के नेता जगजीत डल्लेवाल लगातार 19वें दिन आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि डल्लेवाल की सेहत को लेकर पूरा देश चिंतित है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नहीं।

हरियाणा पुलिस कह रही है कि प्रदर्शन करने वाले किसान नहीं है। किसानों को हमारे अफसरों ने बातचीत के लिए बुलाया था, तब वे नही आए। पुलिस ने किसानों से कहा कि यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण नहीं हैं। किसानों ने पुल को दोनों तरफ से घेर रखा है।

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राहुल गांधी ने लोकसभा में किसानों पर आंसू गैस के गोले दागने का मुद्दा उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार को कहा कि दिल्ली के बाहर आपने किसानों पर लाठीचार्ज किया, आंसू गैस छोड़ी। आप अडाणी-अंबानी को फायदा पहुंचाते हो और किसान का अंगूठा काटने का काम करते हो।