20 साल तक जेल में क़ैद रहे 122 बेगुनाह, गुजरात पुलिस ने बताया था आतंकी

गुजरात पुलिस ने 2001 में SIMI का आतंकी बताकर गिरफ्तार किया था, लगभग बीस साल जेल में गुज़ारने के बाद सूरत की अदालत ने निर्दोष बताया, लेकिन बेगुनाहों को इतने बरस क़ैद में रखने का गुनाहगार कौन है

Updated: Mar 07, 2021, 06:57 AM IST

Photo Courtesy: Patrika
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सूरत। गुजरात में सूरत की एक अदालत ने 20 साल जेल में रहने के बाद 122 लोगों को सभी आरोपों से बरी कर दिया है। पुलिस ने साल 2001 में 127 लोगों को प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) का सदस्य बताकर गिरफ्तार किया था। इनमें से पांच लोग 20 साल की लंबी कानूनी लड़ाई के दौरान ही दम तोड़ चुके हैं। जबकि बाकी 122 लोग जिंदगी बेशकीमती दो दशक जेल में बिताने के बाद बेगुनाह साबित हुए हैं। ऐसे में क्या यह सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए कि आखिर इन बेगुनाहों को इतने बरस कैद में रखने का गुनाहगार कौन है?

सूरत की अदालत ने इन सभी लोगों को बरी करते हुए अपने आदेश में कहा कि पुलिस यह साबित करने में नाकाम रही कि सभी आरोपी सिमी से जुड़े हुए थे और संगठन के गतिविधियों को बढ़ाने के लिए मीटिंग कर रहे थे। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ए एन दवे ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि आरोपियों को यूएपीए कानून के तहत दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस और संतोषजनक सबूत नहीं मिले हैं।

सूरत पुलिस ने 28 दिसंबर 2001 को करीब 127 लोगों को सिमी का सदस्य होने के आरोप में यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया था। इन पर शहर के सगरामपुरा के एक हॉल में प्रतिबंधित संगठन की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए बैठक करने का आरोप था। गिरफ्तार किए गए इन लोगों में गुजरात के विभिन्न हिस्सों के रहने वाले लोगों के अलावा तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले भी शामिल हैं।

आरोपियों ने अपने बचाव में कहा कि उनका सिमी से कोई लेना देना नहीं है और वे सभी अखिल भारतीय अल्पसंख्यक शिक्षा बोर्ड के बैनर तले आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जिसे पुलिस सिमी का कार्यक्रम बता रही है। बता दें कि केंद्र सरकार ने 27 सितंबर 2001 को एक अधिसूचना जारी कर सिमी पर प्रतिबंध लगा दिया था। प्रतिबंध के महज तीन महीने बाद ही इतनी बड़ी संख्या में निर्दोष लोगों को सिमी का सदस्य बताकर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।