कांस्टेबल ने बुर्का पहनी महिला से जबरन लगवाए थे जय माता दी के नारे, जयपुर एक्सप्रेस में खूनी तांडव की कहानी

बीते महीने जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस में आरपीएफ के एक सिपाही चेतन चौधरी ने चलती ट्रेन में अपने सीनियर समेत एक समुदाय के तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

Updated: Aug 16, 2023, 12:33 PM IST

नई दिल्ली। आरपीएफ कांस्टेबल चेतनसिंह चौधरी द्वारा 31 जुलाई को जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस में सवार चार लोगों की हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी कांस्टेबल ने एक बुर्का पहने महिला को गन प्वाइंट पर भारत माता की जय कहने के लिए बाध्य किया था।

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक इस मामले की जांच मुंबई के बोरीवली (जीआरपी) रेलवे थाने की पुलिस कर रही है। ऐसे में एक महिला पुलिस के सामने आई है। इस महिला ने पुलिस को दिए गए बयान में बताया है कि उस सुबह आरपीएफ के जवान ने उसके साथ भी बदसलूकी की थी। पुलिस ने उस महिला को इस मामले में गवाह भी बनाया है। इसके अलावा यह पूरी घटना ट्रेन में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी रिकॉर्ड हुई है।

महिला ने पुलिस को दिए गये बयान में बताया है कि वह बी-3 कोच में बुर्का पहनकर सफर कर रही थी। इसी दौरान वह सिपाही उसके पास आया और बोला कि भारत माता की जय बोलो। इस दौरान महिला ने उससे पूछा, तुम कौन हो? जवाब में सिपाही ने महिला की तरफ बंदूक तान दी और कहा- जोर से बोलो भारत माता की जय।

महिला घबरा गई और उसने जोर से भारत माता की जय के नारे लगाए। साथ ही महिला ने आरोप लगाया कि सिपाही ने कहा कि अगर उसके हथियार को उसने हाथ लगाया तो वह महिला की हत्या कर देगा. इसी ट्रेन में चौधरी ने अपने सीनियर टीकाराम मीना, और तीन यात्री - अब्दुल कादर मोहम्मद हुसैन भानपुरावाला, सैयद सैफुद्दीन और असगर अब्बास शेख की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

हत्याकांड के बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था जिसे बाद में न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। चौधरी पर आईपीसी की धारा 153ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के अलावा 302 (हत्या), 363 (अपहरण), 341 (गलत तरीके से रोकना), 342 (गलत तरीके से कारावास में डालना) के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।