यह लोकतंत्र की सीधी हत्या है, राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने के विरुद्ध विपक्ष लामबंद

क्या हाल बना दिया देश का। अभी राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त कर दी इन लोगों ने। भारत के इतिहास में सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्री कोई अगर हुआ है... जो 12वीं पढ़ा है, वो हैं नरेंद्र मोदी: अरविंद केजरीवाल

Updated: Mar 25, 2023, 08:36 AM IST

नई दिल्ली। राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने के विरुद्ध शुक्रवार को सदन से सड़क तक संग्राम देखने को मिला। विपक्षी दलों के नेताओं ने भी इस कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव, एमके स्टालिन, केसीआर सहित तमाम नेताओं ने राहुल गांधी के समर्थन में बयान जारी कर इस कार्रवाई की आलोचना की है।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह तानाशाही के अंत की शुरुआत है। उन्होंने कहा, ''राहुल गांधी सदस्यता रद्द कर दी गई है। चोर को चोर कहना हमारे देश में गुनाह हो गया है। चोर और लुटेरे अब भी आजाद हैं और राहुल गांधी को सजा दी गई। यह लोकतंत्र की सीधी हत्या है। पूरा सरकारी तंत्र दबाव में है। यह तानाशाही के अंत की शुरुआत है। केवल लड़ाई को दिशा देनी है।"

अरविंद केजरीवाल ने कहा, "क्या हाल बना दिया देश का। अभी राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त कर दी इन लोगों ने। डरते हो तुम लोग। भारत के इतिहास में सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्री में कोई अगर हुआ है... जो 12वीं पढ़ा है। कोई सबसे कम पढ़ा लिखा प्रधानमंत्री हुआ है तो वह नरेंद्र मोदी हैं। जिस तरह एक निर्णय के 24 घंटे के अंदर राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त कर दी गई, यह चिंता पैदा करने वाली है। देश में वन पार्टी, वन सिस्टम लाने की कोशिश हो रही है।"

तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस सुप्रीमो KCR ने कहा, ''आज भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक काला दिन है। राहुल गांधी की संसद संदस्यता जाना नरेंद्र मोदी के अहंकार और तानाशाही की पराकाष्ठा है। यह निंदनीय है कि मोदी सरकार न केवल संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है, बल्कि अपनी जघन्य गतिविधियों के लिए शीर्ष लोकतांत्रिक मंच संसद का भी इस्तेमाल कर रही है। यह पार्टियों के बीच संघर्ष का समय नहीं है। सभी लोकतंत्रों को खुले तौर पर बीजेपी के कुकर्मों की निंदा करनी चाहिए।"

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व टीएमसी ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी निशाना साधते हुए राहुल गांधी का समर्थन किया। उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री मोदी के नए भारत में विपक्षी नेता बीजेपी के निशाने पर हैं, जबकि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले बीजेपी नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है, विपक्षी नेताओं को उनके भाषणों के लिए अयोग्य ठहराया जाता है। आज, हमने अपने संवैधानिक लोकतंत्र के लिए एक नया निम्न स्तर देखा है।"

वहीं अखिलेश यादव ने कहा, "उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने कई सपा नेताओं की सदस्यता छीन ली। आज कांग्रेस के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी की सदस्यता ले ली गई। अगर हम चीजों को ऐसे ही देखें तो कई बीजेपी सदस्य भी अयोग्य करार दिए जा सकते हैं। अगर ईमानदारी से जांच की जाए तो कई बीजेपी नेता भी अपने भाषणों-टिप्पणियों के लिए आयोग करार दिए जाएंगे। यह जानबूझकर किया गया है ताकि लोगों का ध्यान महंगाई, बेरोजगारी, उद्योगपति मित्रों द्वारा भारत के डुबोए गए पैसों से ध्यान भटकाया जा सके। वे इन मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहते हैं।"

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने अयोग्यता की निंदा करते हुए कहा कि, "भारत में सभी राजनीतिक दलों को यह महसूस करना चाहिए कि राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई प्रगतिशील लोकतांत्रिक ताकतों पर हमला है और उन्हें इसका विरोध करने के लिए एक साथ आना चाहिए।"

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) नेता सीताराम येचुरी ने कहा, ''यह निंदनीय है कि बीजेपी अब विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने और उन्हें अयोग्य ठहराने के लिए आपराधिक मानहानि का रास्ता अपना रही है, जैसा कि अब राहुल गांधी के साथ किया गया है। यह विपक्ष के खिलाफ ईडी और सीबीआई का शीर्ष दुरूपयोग बताता है। ऐसे सत्तावादी हमलों का विरोध करना होगा और उन्हें हराना होगा।"

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ट्वीट किया, ''राहुल गांधी जी और कुछ महीने पहले फैजल जी की लोकसभा के सांसद के रूप में अयोग्यता संविधान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है, जहां लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन किया जा रहा है। यह निंदनीय है और उन सिद्धांतों के खिलाफ है जिन पर संविधान आधारित है।"

निर्माता निर्देशक कमल हासन ने राहुल गांधी के समर्थन में ट्वीट किया, "राहुल जी, इस कठिन समय में मैं आपके साथ खड़ा हूं। आपने उससे भी ज्यादा परीक्षा का समय और अनुचित क्षण देखे हैं। हमारी न्याय व्यवस्था इतनी मजबूत है कि न्याय प्रदान करने में होने वाली गड़बड़ियों को ठीक कर सकती है। हमें यकीन है कि आपकी अपील पर आपको न्याय मिलेगा। सत्यमेव जयते।"

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने अपने बयान में कहा, ''राहुल गांधी की जल्दबाजी में लोकसभा सदस्यता जाना संघ परिवार की ओर से हमारे लोकतंत्र पर हमले की ताजा कड़ी है। विरोध को दबाने के लिए बल प्रयोग करना एक फासीवादी तरीका है।"

बता दें कि सूरत कोर्ट ने मानहानि के मामले में राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए दो साल का सजा सुनाया है। इसके बाद लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी को संसद सदस्यता के लिए अयोग्य करार दिया। इस फैसले के विरुद्ध देशभर में लोग खासकर कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर आ गए हैं। वहीं, कांग्रेस पार्टी सूरत कोर्ट के फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती देने की तैयारी कर रही है।