कर्नाटक विधानसभा में सावरकर की तस्वीर पर हंगामा, कांग्रेस ने किया सदन से वॉकआउट
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि वे यह तस्वीर इसलिए लाए हैं क्योंकि हम उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मुद्दे उठाने जा रहे हैं। उनके पास कोई विकास एजेंडा नहीं है।

बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा के हॉल में सावरकर की तस्वीर लगाने को लेकर कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष ने इसके विरोध में विधानसभा से वॉकआउट किया। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया समेत विपक्ष के कई विधायकों ने इस मसले को लेकर विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी भी लिखी है। चिट्ठी में मांग की गई है कि सदन में वाल्मीकि, बासवन्ना, कनक दास, बीआर अंबेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल की तस्वीरें लगाई जाएं।
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने राज्य सरकार पर इस तरह के कदमों के जरिए विधानसभा की कार्यवाही को बाधित करने का आरोप लगाया। शिवकुमार ने कहा कि वे चाहते हैं कि हमारी विधानसभा की कार्यवाही नहीं होनी चाहिए। वे इसे बाधित करना चाहते हैं। वे यह तस्वीर इसलिए लाए हैं क्योंकि हम उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मुद्दे उठाने जा रहे हैं। उनके पास कोई विकास एजेंडा नहीं है।
बता दें कि राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज पहला दिन था। पहले ही दिन इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। साथ ही राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वॉकआउट कर दिया। विपक्षी विधायकों ने विधानसभा में महापुरुषों की फोटो लेकर प्रदर्शन किया।
ಭ್ರಷ್ಟಾಚಾರದಲ್ಲಿ ಮುಳುಗಿರುವ BJP ಸರ್ಕಾರ ಸದನದಲ್ಲಿ ಎಲ್ಲಿ ತನ್ನ ಬಂಡವಾಳ ಬಯಲಾಗುತ್ತದೋ ಎಂದು ಸಾವರ್ಕರ್ ಫೋಟೊವನ್ನು ಸುವರ್ಣ ಸೌಧದಲ್ಲಿ ಅಳವಡಿಸಿ ತಪರಾಕಿ ತೆಗೆದಿದೆ. ಅಧಿವೇಶನ ನಡೆಯಬಾರದು ಎಂಬುದೇ BJP ಉದ್ದೇಶ. ವಿರೋಧ ಪಕ್ಷದ ಜೊತೆ ಚರ್ಚೆಗಿಳಿದರೆ ತಾನು ಎಸಗಿರುವ ಭ್ರಷ್ಟಾಚಾರಗಳು ಬೆತ್ತಲಾಗುತ್ತದೆಯೋ ಎನ್ನುವ ಭಯ ಅವರಿಗೆ.
— DK Shivakumar (@DKShivakumar) December 19, 2022
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इस दौरान पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि यह कोई विरोध नहीं है। यह केवल हमारी मांग है कि सभी राष्ट्रीय नेताओं और समाज सुधारकों की तस्वीरें विधानसभा हॉल में लगाए जाएं। साथ ही कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा में वीर सावरकर की तस्वीर लगाने का एकतरफा फैसला लिया है। सिद्धारमैया ने कहा, 'मैं किसी की तस्वीर लगाने के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन इन सब से सरकार कानून और व्यवस्था जैसे वास्तविक मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाना चाहती है।'
सिद्धारमैया ने आगे कहा कि कर्नाटक में बेरोजगारी, लैंड एक्विजिशन और किसान जैसे कई अहम मुद्दे हैं, जिनपर सरकार चर्चा नहीं करती। इसके पहले कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सावरकर को विवादित शख्सियत बताया था।