मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, विद्रोहियों ने की तीन वालंटियर्स की हत्या, फायरिंग में कई अन्य घायल

वॉलंटियर्स मैतेई और कुकी समुदायों के बीच चल रही जातीय हिंसा के मद्देनजर गांव की रखवाली कर रहे थे। हमले में उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

Updated: Jul 02, 2023, 03:44 PM IST

इंफाल। मणिपुर में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। रुक-रुक कर हिंसा भड़क रही है। इस बीच, एक बार फिर शनिवार देर रात बिष्णुपुर जिले में फायरिंग में तीन मैतेइ वॉलंटियर की मौत की खबर है। विष्णुपुर जिले के खुजुमा ताबी गांव में रविवार तड़के आतंकवादियों ने गांव पर हमला कर दिया, जिसमें ग्राम रक्षा बल (वीडीएफ) के कम से कम तीन वॉलंटियर की मौत हो गई और पांच अन्य को गोली मार दी गई। 

इंफाल में अधिकारियों ने मीडिया से कहा कि वीडीएफ स्वयंसेवक मैतेई और कुकी समुदायों के बीच चल रही जातीय हिंसा के मद्देनजर गांव की रखवाली कर रहे थे। हमले में उनकी मौके पर ही मौत हो गई, जब वे रात में गांव की रखवाली करने के बाद सुबह सो रहे थे। हमले में कम से कम पांच ग्रामीण घायल हो गए और उन्हें नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया।

घटना के बाद सुरक्षाकर्मी इलाकों में पहुंच गए हैं और विद्रोहियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। उधर, ग्रामीण न्याय की मांग के साथ शवों को राजधानी इंफाल लाने की योजना बना रहे हैं।

मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने सभी समुदायों से शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने में सरकार और सुरक्षा बलों की मदद करने का आग्रह किया है। राज्यपाल ने एक संदेश में कहा, 'मैं तहे दिल से आप सभी से, विशेषकर माताओं और बहनों से अपील करती हूं कि वे सड़कों पर सुरक्षा बलों से ना टकराएं। वे लोगों की सुरक्षा के लिए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं।'

इससे पहले मणिपुर दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने भी शांति की अपील की थी। कांग्रेस नेता ने कहा था कि, 'हिंसा से कोई नतीजा नहीं निकलेगा। शांति ही आगे बढ़ने का रास्ता है और हर किसी को अब शांति के बारे में बात करनी चाहिए और उसकी ओर बढ़ना शुरू करना चाहिए। मैं राज्य में शांति लाने के लिए हर संभव मदद करूंगा। मैं मणिपुर के सभी लोगों से प्यार करता हूं। मैंने सभी लोगों, सभी समुदायों और नेताओं से मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने की अपील की है। सरकार को भी इस भीषण संकट से उबरने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।'