हम ऐसी दुनिया की कल्पना नहीं कर सकते जहां लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं नहीं हों, कैम्ब्रिज में बोले राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में कहा कि दुनिया में लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का बहुत महत्व है। उन्होंने कहा कि सुनने की कला बहुत शक्तिशाली होती है।

Updated: Mar 02, 2023, 11:35 AM IST

लंदन। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने 7 दिवसीय ब्रिटेन दौरे की शुरुआत प्रतिष्ठित क्रैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में स्पीच से की। राहुल ने बिजनेस स्कूल के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हम एक ऐसी दुनिया को बनते हुए नहीं देख सकते, जो लोकतांत्रिक मूल्यों से जुड़ी हुई न हो। ऐसी दुनिया की कल्पना नहीं कर सकते जहां लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं नहीं हों।

राहुल का संबोधन लर्निंग टू लिसन यानी सुनने की कला पर फोकस था। उन्होंने कहा कि सुनने की कला बहुत पावरफुल होती है। कांग्रेस नेता के भाषण को तीन भागों में बांटा गया था। इसकी शुरुआत भारत जोड़ो यात्रा से हुई। राहुल ने कैम्ब्रिज के छात्रों को बताया कि यात्रा एक जर्नी है, जिसमें लोग खुद के बजाए दूसरों को सुनते हैं। उन्होंने कहा कि इस यात्रा ने भारत में बेरोजगारी, अन्याय और लगातार बढ़ रही असमानता की ओर उनका ध्यान खींचा। 

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राहुल के भाषण का दूसरा हिस्सा सेंकेंड वर्ल्ड वार का जिक्र था, जो मुख्य रूप से सोवियत संघ के 1991 के विघटन के बाद से अमेरिका और चीन के दो अलग-अलग पहलू पर फोकस था। उन्होंने भारत और अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देशों में लगातार घट रही मैन्युफैक्चरिंग का जिक्र करते हुए कहा कि इस बदलाव ने व्यापक स्तर पर असमानता और नाराजगी को जन्म दिया है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।

राहुल के लेक्चर का आखिरी हिस्सा इम्पेरेटिव फॉर ए ग्लोबल कंजरवेशन विषय से जुड़ा हुआ था। उन्होंने अलग-अलग पहलू को अपनाने के लिए नए तौर तरीकों के लिए आह्वान में अलग-अलग डाइमेंशन को साथ पिरोने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ब्रिटेन में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित कर सकते हैं।