हमारे प्रश्नों का जवाब क्यों नहीं देता चुनाव आयोग, दिग्विजय सिंह ने ECI की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल

दिग्विजय सिंह ने आरोप लिया है कि चुनाव आयोग इंडिया के सदस्यों को मिलने का समय नहीं दे रहा है.. जिसके लिए वे कई महीनों से माँग कर रहे हैं... यही नहीं चुनाव आयोग 200 से अधिक सिविल सोसायटी के सदस्यों के सवालों का जवाब भी नहीं दे रहा है। सिविल सोसायटी ने मई 2022 में चुनाव आयोग से EVM को लेकर सवाल पूछे थे

Updated: Aug 26, 2023, 11:38 AM IST

नई दिल्ली। देश में आगामी चुनावों से पहले निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया को लेकर बहस छिड़ गई है। कांग्रेस की ओर से EVM को लेकर बनाई गई कमेटी की अध्यक्षता कर रहे राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग पर सवालों के जवाब नहीं देने के आरोप लगाए हैं। सिंह ने कहा है कि ECI विपक्षी गठबंधन INDIA के दलों को मिलने तक का समय नहीं दे रही है।

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट में लिखा, 'चुनाव आयोग की विश्वसनीयता समाप्त होती जा रही है। अब न सिर्फ EVM के सवालों का जवाब देने से ECI बच रही है बल्कि विपक्षी दलों को भी इग्नोर कर रही है। 200 से अधिक सिविल सोसायटी के सदस्यों ने EVM की तकनीक को लेकर मई 2022 में कुछ प्रश्न किए थे। आज तक उनके पत्र का जवाब नहीं दिया गया। INDIA गठबंधन के राजनीतिक दलों ने भी अपने प्रश्नों के साथ चुनाव आयोग से मिलने का समय माँगा, मगर ईमेल तक का जवाब नहीं दिया जा रहा है। आख़िर ECI EVM के प्रश्नों का जवाब क्यों नहीं देना चाहती?'

बता दें कि हाल में आई एक इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट में पता चला है कि इजराइल के हैकर्स दुनियाभर में 30 से ज्यादा देशों में चुनावी धांधली कर रहे हैं। इन 30 देशों में भारत भी शामिल है। ऐसे में निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया को लेकर तमाम राजनीतिक दल और सिविल सोसायटी के लोग चिंता जाहिर कर रहे हैं। रिपोर्ट सामने आने के बाद मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह ने निर्वाचन आयोग से मांग की थी कि यदि ईवीएम से चुनाव कराना ही है तो VVPAT की एक प्रतिलिपि जनता के हाथ में दी जाए और काउंटिग के लिए भी वीवीपैट के वोट गिने जाएं ताकि चुनाव में पारदर्शिता बरकरार रहे। लेकिन चुनाव आयोग ने इन सवालों पर एक साल से चुप्पी साध रखी है।

दरअसल, ईवीएम में वोट डालने के बाद VVPAT से एक पर्ची निकलती है। इस पर्ची पर चुनाव निशान देखकर मतदाता आश्वस्त हो सकते हैं कि उनका वोट उसी उम्मीदवार को गया है, जिसके सामने का बटन उन्होंने ईवीएम मशीन में दबाया। फिलहाल यह पर्ची खुद से बॉक्स में चली जाती है। विपक्षी दल के नेता चाहते हैं कि यह पर्ची लोगों को दिया जाए और वे खुद उसे बॉक्स में डालें। बाद में पर्ची गिनकर नतीजों का ऐलान किया जाए।