बता दो उन्हें कि मप्र के नेता बिकाऊ नहीं...
मध्यप्रदेश में भाजपा द्वारा विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग की कोशिशों के बाद उपजे राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा कि क्या हमारी पहचान भोपाल गैस ट्रेेजेडी से होगी? माफियाराज से होगी या ऐसी राजनीति से होगी जिससे हमें दूर रहना चाहिए? राजनीति में भी गिरावट आयी है। सब सोचते हैं कि नेता बिकाऊ हैं। सब सोचते हैं कि यह दब जाते हैं। सबको कहना चाहिए कि मध्यप्रदेश में नेता बिकाऊ नहीं हैं। सब को बता दो कि ये लोग सिद्धान्तों और सेवा की राजनीति करते हैं। हमें ऐसी पहचान बनाना है कि हमें गर्व हो। हम गर्व से कह सके कि हम मध्यप्रदेश से हैं।

भोपाल के बिट्टन मार्केट दशहरा मैदान में यादव महासभा मध्यप्रदेश के प्रांतीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि आज ऐसी शक्तियों को भी पहचानना जरूरी है जो देश को बाँटने का काम कर रही है। भारत की संस्कृति अनेकता में एकता की संस्कृति है। इसकी असली शक्ति आध्यात्मिक शक्ति है जो देश को बांधे रखती है और आगे बढ़ाती है।
मप्र की नई पहचान बनाने युवा आगे आयें
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुजुर्ग और नई पीढ़ी में बहुत अंतर है। नई पीढ़ी की पहुंच तकनीकी और ज्ञान तक पहुंच है। नई पीढ़ी सिर्फ आगे बढ़ने के अवसर चाहती है। उनमें क्षमता और प्रतिभा दोनों है। नया मध्यप्रदेश और इसकी नई पहचान बनाना चुनौती है। मध्यप्रदेश की नई पहचान पर हर नागरिक को गर्व होना चाहिए। हर क्षेत्र में मध्यप्रदेश की नई पहचान बने चाहे वह आर्थिक सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र हो। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा आर्थिक गतिविधियां बढ़ाकर रोजगार के अवसर युवाओं का देना सबसे पहली प्राथमिकता है। रोजगार निर्माण आर्थिक गतिविधि का ही एक आयाम है।