Solar eclipse 2020 : दुर्लभ सू्र्य ग्रहण सुबह 10 .14 मिनट से

सदी की दूसरा सबसे लंबा सूर्य ग्रहण 21 जून 2020 को। यह पूर्ण सूर्यग्रहण ना होकर आंशिक सूर्य ग्रहण है।

Publish: Jun 21, 2020, 03:49 AM IST

21 जून रविवार को हलहारिणी अमावस्या के दिन सदी के दूसरा सबसे लंबा सूर्यग्रहण लगने वाला है। इस ग्रहण में 6 ग्रह वक्री हैं। बृहस्पति, शनि, मंगल, शुक्र, राहु और केतु वक्री अवस्था में होंगे। यह ग्रहण कई शुभ और अशुभ फल देनेवाला है। 6 ग्रहों के एक साथ वक्री होने की स्थिति 100 साल में एक बार बनती है।

ज्योतिष मठ संस्थान भोपाल के संस्थापक पंडित विनोद गौतम के अनुसार रविवार को सूर्य ग्रहण मृगशिरा नक्षत्र में पड़ रहा है। मृगशिरा का स्वामी मंगल है और गोचर में मंगल अभी मीन राशि में बैठा हुआ है। सूर्य ग्रहण आर्द्रा नक्षत्र और मिथुन राशि में लगने जा रहा है। ग्रहों का वक्री होने से ग्रहण प्राकृतिक आपदाओं का कारक बन सकता है। जिसकी वजह से भूकंप, आंधी या तूफान जैसे योग बन रहे हैं।

ग्रहण की प्रकृति कंकड़ाकृति होगी

सूर्य ग्रहण की प्रकृति कंकड़ाकृति होगी। इसमें सूर्य आग की अंगूठी के समान नजर आ आएगा। यह सूर्य ग्रहण भारत समेत कई एशिया के देशों और अफ्रीका में जैसे नेपाल, पाकिस्तान, सऊदी अरब, यूऐई, एथोपिया में दिखाई देगा। भारत में देहरादून, सिरसा तथा टिहरी में वलयाकार जबकि देश के बाकी हिस्सों में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। इसलिए भारत पर इसका शत प्रतिशत प्रभाव नहीं पड़ेगा। हालांकि, देश के कुछ हिस्सों में ग्रहण की छाया पड़ेगी इसीलिए इसका प्रभाव भी पड़ेगा। 

सूर्य ग्रहण देगा शुभ-अशुभ फल

यह सूर्य ग्रहण मेष राशि के लिए शुभ फलदायक है, वृष राशि को हानि हो सकती है, मिथुन राशि के जातकों के लिए यह घातक सिद्ध हो सकता है। कर्क राशि को हानि होने की संभावना है। सिंह राशि के लिए यह ग्रहण लाभ का योग प्रदान करेगा। कन्या राशि के लिए सुख की प्राप्ति करवाने वाला है यह ग्रहण। तुला राशि के जातकों को मानहानि का कष्ट सहना पड़ सकता है। वृश्चिक राशि के जातकों के लिए ग्रहण कष्ट देने वाला होगा। धनु राशि के जातकों के लिए स्त्री पीड़ा दायक होगा। मकर राशि को यह ग्रहण शुभ फल देगा। वही कुंभ राशि के जातकों के लिए यह चिंता कारक होगा। मीन राशि के जातकों के लिए अशुभफल देगा सूर्यग्रहण।

सूर्य ग्रहण में क्या करें,क्या ना करें

सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले सूतक याने शनिवार रात्रि 10.14 मिनट से सूतक लग जाएगा। इस दौरान मूर्ति स्पर्श करना, अनुष्ठान, ध्यान करना निषेध है, इस समय भजन और राम नाम जप करना चाहिए, सूर्य मंत्र का जाप करना विशेष फलदाई होगा। सूर्य ग्रहण की समाप्ति के पश्चात भगवान को गंगा जल से स्नान कराकर विशेष पूजन करना फलदाई होगा। ग्रहण के बाद दान अवश्य करना चाहिए। ग्रहण काल में गर्भवती स्त्रियों को घर से  बाहर नहीं निकलना चाहिए। बीमार, बुजुर्ग और बच्चों को धार्मिक नियमों के भंग होने पर दोष नहीं लगता। सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखना नुकसान दायक होता है। जिस राशि में ग्रहण होता है उस राशि वालों को ग्रहण में बाहर नहीं निकलना चाहिए। सभी राशि वाले जातकों को ग्रहण काल में अपने इष्टदेव के मंत्र , सूर्य मंत्र का जाप करना चाहिए ।

सूर्य ग्रहण के बाद क्या दान करें

सूर्य ग्रहण के अनिष्ट फल से बचने के लिए कांसे के बर्तन में तिल और कपड़ा और दक्षिणा दान करना शुभ फल दायक है। ग्रहण के बाद मसूर की दाल, गुड, खड़ा नमक, लाल कपडा और तेल जरूरत मंदों को दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होगी। अमावस्या के दिन भूखे प्राणियों को भोजन कराने का विशेष महत्व है। काले कुत्ते को तेल चुपड़ी रोटी खिलाने से दुश्मन से मुक्ति मिलेगी।

भोपाल में सूर्य ग्रहण सुबह 10 .14 मिनट से आरम्भ होगा

•      सूर्य ग्रहण का मध्य 11.57  मिनट पर होगा 

•      सूर्य ग्रहण का मोक्ष 1.47 मिनट पर होगा

•      ग्रहण का सूतक 20 जून रात्रि 10 बजे आरम्भ होगा

•      3.25 मिनट होगी सूर्य ग्रहण की अवधि

 

यहां देखिए Live solar eclipse

ग्रहण जैसी खगोलीय घटनाएं विज्ञान के बारे में जानने का अवसर होती हैं। इसलिए भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के स्वायत्त संस्थान आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान एवं शोध संस्थान (एआरआईईएस या एरीज) सूर्य ग्रहण का लाइव टेलिकास्ट सोशल मीडिया पर करेगा। 

यहां होगी सूर्य ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग

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