पर्यटकों के लिए खुशखबरी, दो नए Sea Beaches को मिला Blue Flag Certification

फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंट एजुकेशन डेनमार्क ने तमिलनाडु के कोवलम और पुडुचेरी के ईडन सी बीच को ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट दिया, बीच पर सफाई, सुरक्षा, पानी की क्वालिटी, पर्यावरण संरक्षण समेत विश्व स्तर के 33 क्राइटेरिया में खरा उतरने पर दिया गया

Updated: Sep 22, 2021, 01:59 PM IST

Photo Courtesy: twitter
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भारत में अब विश्व स्तर के समुद्र तटों की संख्या 10 हो गई है। हाल ही में देश के दो और नए समुद्र तटों को ब्लू फ्लैग मिला है। तमिलनाडु के कोवलम और पुडुचेरी के ईडन बीच को ब्लू फ्लैग टैग दिया गया है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने देश की जनता से साथ यह खुशखबरी सोशल मीडिया पर शेयर की है। किसी भी सी बीच को ब्लू फ्लैग मिलना गौरव की बात है।

ब्लू फ्लैग एक इंटरनेशनल इको-लेबल टैग है। फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंट एजुकेशन (FEE) डेनमार्क द्वारा यह सर्टिफिकेशन दिया जाता है। इस साल 2 नए बीच लिस्ट में शामिल किए गए हैं। वहीं पहले से ब्लू फ्लैग पा चुके आठों बीचों को फिर से सर्टिफिकेशन दिया है। पिछले साल 8 समुद्र तटों को 6 अक्टूबर, 2020 को ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेशन से नवाजा गया था।

ब्लू फ्लैग बेहद खास स्वैच्छिक इको लेबल अवॉर्ड है, यह समुद्री तटों को दिया जाता है। अब तक भारत में 8 समुद्री तटों को यह फ्लैग मिला था, अब इस लिस्ट में दो नए बीच शामिल हो गए हैं। जिसे भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धी माना जा रहा है। यह गर्व की बात है कि देश में लगातार ब्लू फ्लैग वाले बीच बढ़ रहे हैं।

 

तमिलनाडु के कोवलम और पुडुचेरी के ईडन से पहले यह ब्लू फ्लैग गुजरात के शिवराजपुर बीच, दीव के घोघला बीच, कर्नाटक के कासरकोड बीच, केरल के कप्पड बीच, आंध्र प्रदेश के रुशिकोंडा बीच, ओडिशा के गोल्डन बीच, अंडमान और निकोबार के राधानगर बीच, कर्नाटक के पदुबिद्री बीच को मिल चुका है। अब इन्हें रीन्यू कर दिया गया है।

ब्लू फ्लैग बीच एक इको-टूरिज्म मॉडल होता है। जहां सर्व सुविधा और सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए 33 क्राइटेरिया के आधार पर सर्टिफिकेशन मिलता है। जिन तटों पर प्रदूषण कम हो, नहाने के पानी की क्वालिटी, पर्यावरण प्रबंधन और समुद्र तटों पर संरक्षण, सिक्योरिटी और सर्विसेज भी बेहतर हों। वहीं पर्यावरण शिक्षा और सूचना को भी शामिल किया गया है। 

यह सर्टिफिकेशन पाने के लिए विभिन्न राज्यों में समुद्र तट सफाई अभियान जैसे आई एम सेविंग माय बीच चलाया जाता रहा है। यह एक गैर-सरकारी संस्था है जिसमें विश्व के 60 देश सदस्य हैं। सी बीच को इको फ्रेंडली बनाने के लिए ब्लू फ्लैग प्रोग्राम का आगाज पेरिस से हुआ था। फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंट एजुकेशन (FEE) डेनमार्क देशों के तटों को स्वच्छता के आधार पर चुनकर ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट देती है। दुनिया में सबसे ज्यादा ब्लू फ्लैग वाला देश स्पेन है यहां 566 सी बीच एकदम साफ-सुथरे हैं।