BJP अध्‍यक्ष जेपी नड्डा को कांग्रेस का जवाब सुरेंद्र को सरेंडर समझ बैठे

राहुल गांधी के 'सरेंडर' वाले बयान पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी केवल नरों के ही नहीं सुरों (देवताओं) के भी राजा

Publish: Jun 22, 2020, 09:04 PM IST

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को जनसंवाद रैली के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के तथाकथित 'सरेंडर' वाले बयान पर निशाना साधा। बीजेपी अध्‍यक्ष नड्डा ने नरेंद्र मोदी को देवताओं का भी नेता घोषित कर दिया। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कांग्रेस ने बीजेपी की दुखती रग पर हाथ रख दिया है। बीजेपी सुरेंद्र को सरेंडर समझ बैठी है। कुछ परेशानी बात ज़रूर है तभी बीजेपी सुरेंद्र को खुद ब खुद सरेंडर मान कर बैठ गई है।

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए यूपी में जनसंवाद रैली कर रहे थे। रैली के दौरान उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'अब तो भगवान भी कांग्रेस के साथ नहीं है। अपने नरेंद्र मोदी को सुरेंद्र मोदी बताया है। इसका मतलब आप यह कहना चाह रहे हैं कि नरेंद्र मोदी केवल नरों के ही नहीं सुरों (देवताओं) के भी राजा हैं।'

गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को जापान टाइम्स के हवाले से एक रिपोर्ट ट्वीट कर कहा था कि 'नरेंद्र मोदी असली में सुरेंद्र/ सरेंडर मोदी हैं।' राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद ही भाजपा के तमाम दिग्गज नेता बयानबाज़ी करने पर उतारू हो गए। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जहां राहुल को राजनीति न करने की सलाह दी। तो वहीं बीजेपी अध्यक्ष तो कई कदम आगे निकल गए। उन्होंने तो प्रधानमंत्री की तुलना देवताओं के राजा से कर दी।

कांग्रेस ने सरकार की दुखती रग पर हाथ रख दिया

जेपी नड्डा के इस तंज के बाद सियासी पारा अपने परवान पर चढ़ गया। बीजेपी अध्यक्ष के राहुल के ट्वीट पर बयान देने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता ने बीजेपी को करारा जवाब दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कांग्रेस ने सरकार की दुखती रग पर हाथ रख दिया है। सुप्रिया ने राहुल गांधी के ट्वीट के ऊपर बीजेपी को जवाब देते हुए एक हिंदी चैनल को बताया कि कांग्रेस ने बीजेपी की दुखती रग पर हाथ रख दिया है। बीजेपी सुरेंद्र को सरेंडर समझ बैठी है। कुछ परेशानी बात ज़रूर है तभी बीजेपी सुरेंद्र को खुद ब खुद सरेंडर मान कर बैठ गई है।