टोक्यो पैरालिंपिक में ब्रॉन्ज जीतने वाले विनोद को नहीं मिलेगा मेडल, आयोजकों ने नहीं पाया कैटेगरी में योग्य

विनोद से ब्रॉन्ज मेडल वापस लिए जाने के बाद टोक्यो पैरालिंपिक में भारत के पास अब कुल 6 मेडल रह गए हैं, जिसमें एक गोल्ड, चार सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल हैं

Publish: Aug 30, 2021, 11:23 AM IST

Photo Courtesy: The Indian Express
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नई दिल्ली। टोक्यो पैरालंपिक में भारत के खाते में आया एक मेडल अब वापस चला गया है। डिस्कस थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम करने वाले विनोद कुमार को पैरालिंपिक के आयोजकों ने अयोग्य पाया है। विनोद कुमार को उनकी कैटेगरी F52 में अयोग्य पाया गया है।  

रविवार को डिस्कस थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद कुछ देशों ने विनोद की कैटेगरी में क्वालिफिकेशन को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी। पैरालिंपिक की तकनीकी समिति द्वारा जांच किए जाने पर यह पाया गया कि विनोद अपनी कैटेगरी से ज्यादा योग्य हैं। लिहाजा अब पैरालिंपिक के आयोजकों ने फाइनल के रिकॉर्ड से विनोद के रिकॉर्ड को हटा दिया है। 

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विनोद ने डिस्कस थ्रो के फाइनल में 19.91 मीटर के थ्रो के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता था। लेकिन पैरालिंपिक के आयोजकों द्वारा जब जांच की गई तब विनोद का शरीर उनकी कैटेगरी से अधिक मजबूत पाया गया। F52 की श्रेणी में उन एथलीट्स को रखा जाता है, जिनकी मांशपेशियों में खिंचाव होता है। अंग की कमी या पैर की लंबाई आसमान होती है। लेकिन विनोद का शरीर इस कैटेगरी के मुकाबले अधिक मजबूत पाया गया। 

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भारत ने टोक्यो पैरालिंपिक में अब तक कुल सात मेडल हासिल किए थे, लेकिन अब विनोद से मेडल वापस लिए जाने के बाद इस पैरालिंपिक में भारत के खाते में अब कुल 6 मेडल हैं। जिसमें एक गोल्ड, चार सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल हैं। यह पैरालिंपिक में भारत का अब तक का सबसे सफल प्रदर्शन है। इससे पहले 2016 और 1984 में चार चार मेडल भारत के खाते में आए थे।