COP 26 समिट में पीएम मोदी ने दुनिया को दिया पंचामृत, कहा मेरी बातें सिर्फ शब्द नहीं हैं

जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर पीएम ने स्कॉटलैंड के ग्लासगो में COP 26 समिट को किया संबोधित, जलवायु परिवर्तन का हल निकालने के लिए दुनिया को दिया पंचामृत, जानें संबोधन की अहम बातें

Updated: Nov 02, 2021, 10:22 AM IST

Photo Courtesy: The Indian Express
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ग्लासगो। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लासगो में आयोजित 'वर्ल्ड लीडर समिट ऑफ कोप-26' को संबोधित किया। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि मैं दुनिया को पंचामृत की सौगात देना चाहता हूं। पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान लाइफ के फुल फॉर्म से लेकर भारत में बीजेपी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से संबंधित बातें की।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आज जब मैं आपके बीच आया हूं तो भारत का ट्रैक रिकॉर्ड को भी लेकर आया हूं। मेरी बातें, सिर्फ शब्द नहीं हैं, ये भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य का जयघोष हैं। आज भारत installed renewable energy capacity में विश्व में चौथे नंबर पर है। आज विश्व की आबादी का 17 प्रतिशत होने के बावजूद, हमारी emissions में Responsibility सिर्फ 5 प्रतिशत रही है। भारत ने अपना कर्तव्य पूरा करके दिखाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ा है।'

ये है पीएम मोदी का पंचामृत सौगात

पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि जलवायु परिवर्तन से पंचामृत बचाएगा। उन्होंने कहा, 'क्लाइमेट चेंज पर इस वैश्विक मंथन के बीच, मैं भारत की ओर से, इस चुनौती से निपटने के लिए पांच अमृत तत्व रखना चाहता हूं, पंचामृत की सौगात देना चाहता हूं। पहला- भारत, 2030 तक अपनी Non-Fossil Energy Capacity को 500 गीगावाट तक पहुंचाएगा। दूसरा- भारत, 2030 तक अपनी 50 प्रतिशत energy requirements, renewable energy से पूरी करेगा।'

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पीएम ने आगे कहा, 'तीसरा- भारत अब से लेकर 2030 तक के कुल प्रोजेक्टेड कार्बन एमिशन में एक बिलियन टन की कमी करेगा। चौथा- 2030 तक भारत, अपनी अर्थव्यवस्था की कार्बन इंटेन्सिटी को 45 प्रतिशत से भी कम करेगा। और पांचवा- वर्ष 2070 तक भारत, नेट जीरो का लक्ष्य हासिल करेगा।' यानी साल 2070 तक भारत कार्बन न्यूट्रल हो जाएगा।

LIFE का मतलब

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैं आज आपके सामने एक, One-Word Movement का प्रस्ताव रखता हूं। यह One-Word एक शब्द, क्लाइमेट के संदर्भ में, One World-एक विश्व का मूल आधार बन सकता है, अधिष्ठान बन सकता है। ये एक शब्द है- LIFE...एल, आई, एफ, ई, यानि Lifestyle For Environment' 

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पीएम मोदी ने आगे कहा कि मेरे लिए पेरिस में हुआ आयोजन, एक समिट नहीं, सेंटीमेंट था, एक कमिटमेंट था। और भारत वो वायदे, विश्व से नहीं कर रहा था, बल्कि वो वायदे, सवा सौ करोड़ भारतवासी, अपने आप से कर रहे थे। भारत में नल से जल, क्लीन इंडिया मिशन और उज्जवला योजनाओं के जरिए हमने एडप्शन लाभों को हमारे नागरिकों तक पहुंचाया है और उनके जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार किया है। दुनिया के देशों को इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। 

पीएम मोदी ने बताया कि भारतीय रेलवे सिस्टम ने अपने आप को 2030 तक ‘Net Zero’ बनाने का लक्ष्य रखा है। अकेली इस पहल से सालाना 60 मिलियन टन एमिशन की कमी होगी। उन्होंने आगे कहा कि, 'सोलर पावर में एक क्रांतिकारी कदम के रूप में, हमने International Solar Alliance की पहल की।क्लाइमेट एडाप्टेशन के लिए हमने coalition for disaster resilient infrastructure का निर्माण किया है। ये करोड़ों जिंदगियों को बचाने के लिए एक संवेदनशील और महत्वपूर्ण पहल है।'