जो बाइडेन के शपथग्रहण में नहीं जाएंगे राष्ट्रपति ट्रंप, टूटेगी डेढ़ सौ साल पुरानी परंपरा

अगले 20 जनवरी को जो बाइडेन और कमला हैरिस लेंगे राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति पद की शपथ, चिदंबरम बोले, राहत की सांस लें अमेरिकी नागरिक

Updated: Jan 09, 2021, 07:32 PM IST

Photo Courtesy: Express UK
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वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन के शपथग्रहण में शामिल नहीं होंगे। ट्रंप ने खुद ट्वीट करके इस बात का एलान किया है। अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन 20 जनवरी को शपथ लेने वाले हैं। बाइडेन के साथ ही भारतीय मूल की कमला हैरिस भी उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी। ट्रंप के इस एलान पर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि अमेरिका के लोग अब राहत की सांस लेंगे।

ट्विटर अकाउंट हमेशा के लिए सस्पेंड होने से पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने शुक्रवार को ट्वीट किया, 'उन सभी लोगों के लिए जिन्होंने मुझसे पूछा है उन्हें बताना चाहता हूं कि मैं 20 जनवरी को उद्घाटन समारोह में नहीं जाऊंगा।' इसी के साथ अमेरिका के इतिहास में करीब 152 साल बाद यह परंपरा टूटने जा रही है जब कोई राष्ट्रपति आपने उत्तराधिकारी के शपथग्रहण में नहीं जाएंगे। इसके पहले साल 1869 में ऐसा हुआ था जब अमेरिका के 17वें राष्ट्रपति एंड्रयू जॉनसन अपने उत्तराधिकारी के शपथग्रहण में नहीं गए थे।

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अमेरिका में यह परंपरा रही है कि हर राष्ट्रपति आने वाले नए राष्ट्रपति के शपथग्रहण समारोह में जाता है और शुभकामना संदेश देता है। साल 2016 में डोनाल्ड ट्रंप के शपथग्रहण कार्यक्रम में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा भी शामिल हुए थे। वहीं 2009 में जब बराक ओबामा चुनाव जीते तब उनके शपथग्रहण में भी रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति जॉर्ज डब्लू बुश शरीक हुए थे।

राहत की सांस लें अमेरिकी: पी चिदंबरम

ट्रंप के इस एलान के बाद भारतीय नेताओं की भी प्रतिक्रिया आई है। पी चिदंबरम ने ट्रंप पर तंज कसते हुए कहा, 'अमेरिकियों को राहत की सांस लेनी चाहिए कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे।' चिदंबरम ने आगे कहा, 'कल्पना करें की ट्रंप ने यदि सुबह 11.50 बजे माइक्रोफोन को जब्त कर लिया होता और आदेश दिया होता कि वह राष्ट्रपति के रूप में अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे और 5 मिनट का विदाई भाषण देंगे? कल्पना करिए कि ये अमेरिका जैसे महान देश के लिए कितने अपमान की बात होगी अगर डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि वे साल 2024 में फिर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे।'

 

 

गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप के तमाम दावों को खारिज करते हुए बुधवार को अमेरिकी संसद ने जो बाइडेन की जीत की पुष्टि कर दी। अमेरिकी संसद के दोनों सदनों के साझा सत्र में जब ये प्रक्रिया चलाई जा रही थी, उसी समय ट्रंप ने अपने समर्थकों को उकसाकर संसद पर हमला करवा दिया था। इस हमले के दौरान ट्रंप समर्थकों और सुरक्षा कर्मियों के बीच झड़प में एक सुरक्षा कर्मी समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि बाद में ट्रंप ने कहा कि संसद से बाइडेन की जीत पर मुहर लगने के बाद अब उनका ध्यान सस्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण पर रहेगा। लेकिन शपथ ग्रहण में नहीं जाने का एलान करके उन्होंने एक बार फिर से जाहिर कर दिया कि उनके तेवर अब भी ढीले नहीं पड़े हैं।