साउथ चाइना सी में चीन ने दागीं कई मिसाइलें, अमेरिका के साथ बढ़ सकता है टकराव

चीनी सेना ने लाइव फायर ड्रिल करते हुए समंदर में कई किलोमीटर दूर तक दागी मिसाइलें, साउथ चाइना सी पर अपना अधिकार जताता रहा है चीन

Updated: Feb 28, 2021, 01:47 PM IST

Photo Courtesy : Asia Times
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भारत के साथ दादागिरी करने और सीमाओं पर कब्जा करने वाला चीन अब साउथ चाइना सी में दादागिरी करने लगा है। दक्षिण चीन सागर में चीन ने ताबड़तोड़ मिसाइलें दागी हैं। चीन की इस हरकत को देखते हुए माना जा रहा है कि चीन-अमेरिका के बीच साउथ चाइना सी को लेकर लंबे अरसे से जारी तनाव आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है।

मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने साउथ चाइना सी में लाइव फायर ड्रिल की है, जिसमें कई मिसाइलें दागी गई हैं। इस बात की पुष्टि चीनी मीडिया समूह साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने भी की है। अखबार के अनुसार चीनी सेना की साउथ थिएटर कमांड ने लाइव फायर ड्रिल करते हुए समंदर में काफी दूर तक लगातार मिसाइल अटैक किए। हालांकि अखबार ने यह नहीं बताया कि चीनी सेना का यह अभ्यास कब और साउथ चाइना सी के किस इलाके में किया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक इस सैन्य ड्रिल में चीनी सेना ने गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर यिनहुआन, गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट हेंगयांग, डॉक लैंडिंग शिप वुजिशान और सपोर्ट शिप चगान हू का इस्तेमाल किया है। चीन ने साउथ चाइना सी की देखरेख करने की जिम्मेदारी सदर्न थिएटर कमांड को दे रखी है। खास बात यह है कि इसी समय में अमेरिका ने भी क्षेत्र में सैन्य गतिविधियों में बढ़ोतरी कर दी है।

चीन साउथ चाइना सी की सीमा पर अधिकार जमाता रहा है। माना जा रहा है कि उसकी इसी दावेदारी की वजह से अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन में भी दोनों देशों के बीच तनाव बना रहेगा। दुनिया के कई देश चीन द्वारा साउथ चाइना सी पर दावा किए जाने का विरोध करते हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में भी अमेरिका ड्रैगन के खिलाफ ही रहा है। कोरोना, साउथ चाइना सी समेत विभिन्न मुद्दों पर अमेरिका ने चीन की कई बार आलोचना की है।

जानकारों का मानना है कि साउथ चाइना सी को लेकर बाइडेन प्रशासन भी कोई नरम रुख अख्तियार करने के मूड में नहीं है। इसके विपरीत बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिकी सेना ने इलाके में अपनी हलचलें तेज कर दी हैं। इस महीने की शुरुआत में ही अमेरिका के दो एयरक्राफ्ट कैरियर ग्रुप्स ने साउथ चाइना सी में ज्वाइंट एक्सरसाइज की थी। अमेरिका के इस नौसैनिक बेड़े में दर्जनों युद्धपोतों के अलावा कम से कम 120 फाइटर एयरक्राफ्ट्स शामिल थे।

अमेरिका के इस कदम से चीन बौखला गया था और अभ्यास की आलोचना करते हुए इसे 'ताकत का प्रदर्शन' बताया था। बावजूद इसके अमेरिका ने शनिवार को ताइवान के तट से साउथ चाइना सी में उड़ान भरने के लिए टोही विमान भेजा था। माना जा रहा है कि चीन ने यह दिखाने के लिए ही मिसाइलें दागी हैं कि वो अमेरिका की ताकत से भयभीत नहीं है। चीन की ताज़ा हरकत से अमेरिका के साथ उसकी कड़वाहट और बढ़ सकती है।