मध्य प्रदेश में बारिश, ओले और तेज हवाओं का अलर्ट, 29 दिसंबर से ठंड में भारी बढ़ोतरी की संभावना
मध्य प्रदेश में मौसम ने करवट ले ली है और अगले दो दिन यानी 27 और 28 दिसंबर को तेज बारिश, ओले और आंधी का असर दिखाई देगा।
मध्य प्रदेश में मौसम ने करवट ले ली है और अगले दो दिन यानी 27 और 28 दिसंबर को तेज बारिश, ओले और आंधी का असर दिखाई देगा। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन समेत पूरे प्रदेश में मौसम बदला रहेगा। रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, सागर, पांढुर्णा और बड़वानी जैसे जिलों में तेज बारिश के साथ ओले गिरने की संभावना है। इन क्षेत्रों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी दी गई है। अन्य जिलों में भी कहीं हल्की बारिश तो कहीं गरज-चमक के हालात बन सकते हैं।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के सक्रिय होने के कारण यह स्थिति बनी है। यह सिस्टम 29 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा, जिसके बाद इसका असर धीरे-धीरे कम हो जाएगा। इसके बाद प्रदेश में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का दौर शुरू होने की संभावना है।
पिछले तीन दिनों में दिन के तापमान में गिरावट आई है, हालांकि रात में ठंड का असर थोड़ा कम हुआ है। बुधवार-गुरुवार को न्यूनतम तापमान 11 डिग्री से नीचे नहीं गया, जबकि दिन के तापमान में गिरावट देखी गई। भोपाल में न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री, इंदौर में 16.9 डिग्री, ग्वालियर में 11.9 डिग्री और जबलपुर में 13.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान सामान्य से काफी नीचे है।
इस बार दिसंबर महीने में ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भोपाल में दिसंबर की सर्दी ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, जबकि पूरे प्रदेश में ठंड का असर जनवरी से भी ज्यादा रहा। लगातार 9 दिनों तक शीतलहर चली, जिससे स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव किया गया। वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को बचाने के लिए हीटर लगाए गए और मंदिरों में भगवान को ठंड से बचाने के विशेष इंतजाम किए गए।
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29 और 30 दिसंबर से ठंड और कोहरे का प्रभाव और बढ़ेगा। नए साल के पहले सप्ताह में कड़ाके की ठंड की संभावना है, जो पूरे जनवरी तक बनी रह सकती है। इस दौरान दिन और रात के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा सकती है। नवंबर महीने में भी ठंड ने 36 साल का रिकॉर्ड तोड़ा था, और दिसंबर का यह ठंडा मौसम प्रदेश के लिए एक नया अनुभव साबित हो रहा है।