उम्मीदवारों की लिस्ट आते ही भाजपा में बगावत शुरू, सीधी से टिकट नहीं मिलने पर राजेश मिश्रा ने दिया इस्तीफा
तीन केंद्रीय मंत्रियों और सात बजे सांसदों को चुनाव मैदान में उतारकर बीजेपी ने विधानसभा चुनावों में सत्ता में वापसी के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं, पार्टी में एक बार फिर बगावत शुरू हो गई है।

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। लिस्ट जारी होते ही सत्ताधारी दल में एक बार फिर बगावत शुरू हो गई है। सीधी से टिकट नहीं मिलने पर दिग्गज नेता राजेश मिश्रा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। मिश्रा ने पार्टी से अपना इस्तीफा उम्मीदवारों की सूची जारी होने के एक घंटे के भीतर दे दिया।
जनसंघ के जमाने के नेता रहे राजेश मिश्रा सीधी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी से दावेदारी कर रहे थे। लेकिन इस बार भी उन्हें भारतीय जनता पार्टी ने टिकट नहीं दिया गया। जबकि सीधी विधानसभा क्षेत्र से तीन बार के लगातार विधायक रहे केदारनाथ शुक्ला का टिकट काटते हुए भारतीय जनता पार्टी ने सीधी संसदीय क्षेत्र की सांसद रीती पाठक को टिकट दिया दिया गया है। जिससे नाराज होकर उन्होंने आज भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
बीजेपी में लगातार टूट जारी,
— MP Congress (@INCMP) September 25, 2023
―दूसरी सूची के आते ही इस्तीफों का दौर शुरू;
बीजेपी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ. राजेश मिश्र ने बीजेपी से इस्तीफा दिया।
बीजेपी हार रही है,
जनता नकार रही है। pic.twitter.com/8FboJPFhhd
संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा को सौंपे इस्तीफा पत्र में उन्होंने लिखा है कि मैं भारतीय जनता पार्टी के सभी दायित्वों से अपना त्यागपत्र दे रहा हूं। अभी तक के मेरे किए गए कार्यों से अगर पार्टी को कोई क्षति हुई हो तो क्षमा करें। राजेश मिश्रा ने त्यागपत्र देने के बाद मीडिया से कहा कि पार्टी को मेरी आवश्यकता नहीं है। मैं बोझ बनकर काम कर रहा था।
राजेश मिश्रा बीजेपी मध्य प्रदेश कार्य समिति के सदस्य भी थे। सीधी विधानसभा क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ है। माना जा रहा है कि राजेश मिश्रा अब दूसरे विकल्प की तलाश में हैं। उनके पुत्र अनूप मिश्रा कांग्रेस अथवा किसी अन्य दल से चुनाव लड़ सकते हैं। बता दें कि सीधी में भाजपा ने मौजूदा विधायक केदार शुक्ला का टिकट काटकर सांसद रीति पाठक को टिकट देकर मैदान में उतार दिया है। केदारनाथ शुक्ला पेशाब कांड से विवादों में आए थे और यही वजह है कि उन्हें टिकट से हाथ धोना पड़ा।