बैतूल में खुली विकास की पोल, बीमार महिला को बैलगाड़ी से पार करायी नदी, इलाज में देरी से हालत गंभीर
बैतूल में नदी पर पुल नहीं होने के कारण एक बीमार महिला को उफनती नदी में बैलगाड़ी से पार कराना पड़ा, जिसमें चार लोगों की जिंदगी जोखिम में डल गई थी

बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल से विकास की पोल खोलने वाली एक और तस्वीर सामने आई है। यहां नदी पर पुल नहीं होने के कारण एक बीमार महिला को उफनती नदी में बैलगाड़ी से पार कराना पड़ा। इस दौरान बैल गाड़ी में सवार चार लोगों की जिंदगी जोखिम में थी। गनीमत रही कि महिला और परिजन सकुशल नदी पार कर गए और महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, इलाज में देरी के कारण महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मामला बैतूल के चिचोली विकासखंड का है। यहां बोड़ रैय्यत गांव में भाजी नदी पर पुल नहीं है। शुक्रवार को एक महिला सुखमनी इवने की उल्टी दस्त से तबियत बिगड़ गई। नदी में बाढ़ आने के कारण परिवार वाले उसे अस्पताल नहीं ले जा पाए। रविवार को महिला की हालत और ज्यादा गंभीर हो गई, तब परिवार वालों ने महिला की जान बचाने के लिए जोखिम उठाते हुए बैलगाड़ी से नदी पार कराई। इस दौरान नदी में तेज बहाव था, शुक्र है कि महिला और उसके परिजन साकुशल नदी पार कर गए।
सिस्टम बदहाल है लेकिन तस्वीर दिखाएंगे तो दोषी कहलाएंगे।
— Makarand Kale (@makarandkale) August 23, 2022
ये #बैतूल के चिचोली विकासखंड की भाजी नदी की तस्वीर है। बीमार महिला को एंबुलेंस तक पहुंचाने के लिए बैलगाड़ी से उफनाती नदी पार करानी पड़ी।
भिंड की घटना के बाद तो डर ही लगता है कि कहीं कलेक्टर FIR ना कर दे।#MadhyaPradesh pic.twitter.com/Os4Kqat9ma
बीमार महिला के पति दयाराम का कहना है कि नदी पर पुल नहीं है तो महिला को एक किलोमीटर तक बैलगाड़ी से मुख्य मार्ग तक ले गए और वहां किराए का वाहन लेकर उसे चिचोली अस्पताल ले गए। हालत गंभीर होने पर वहां से उसे जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया। जिला अस्पताल के बैलून वार्ड में महिला को भर्ती किया गया है।
महिला का इलाज कर रहे डॉ रानू वर्मा का कहना है कि महिला कि उल्टी-दस्त से तबियत बिगड़ी थी और वह देरी से जिला अस्पताल पहुंची जिसके कारण उसकी किडनी में भी खराबी आ गई है। उसका इलाज चल रहा है।