हर जगह हमारी सरकार है फूंक मारेंगे तो उड़ जाओगे, बोस की प्रतिमा पर भाजपाई झंडा लगाने वाले कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी

राजधानी भोपाल में नेताजी बोस की जयंती पर एक भाजपा कार्यकर्ता ने नेताजी की प्रतिमा पर भाजपा का झंडा लगा दिया, जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया, सपाक्स और बीजेपी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए, भाजपा के कार्यकर्ता ने राज्य और केंद्र में अपनी पार्टी की सरकार होने का रौब भी झाड़ा, पुलिस मूकदर्शक बनी रही

Updated: Jan 23, 2022, 04:27 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी सामने आई है। बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने नेताजी की प्रतिमा पर बीजेपी का झंडा लगा दिया। सपाक्स के कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किए जाने पर बीजेपी के कार्यकर्ता गुंडागर्दी पर उतारू हो गए। इतना ही नहीं इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस भी मूकदर्शक बनी रही। 

रविवार को सपाक्स के कार्यकर्ता नेताजी बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे। लेकिन नेताजी बोस की प्रतिमा पर भाजपा का झंडा लगा हुआ था। सपाक्स के कार्यकर्ताओं ने नेताजी की प्रतिमा पर लगे भाजपा के झंडे पर आपत्ति दर्ज कराई और झंडे को प्रतिमा से हटा दिया। 

प्रतिमा से झंडा हटाए जाने पर बीजेपी के कार्यकर्ता बौखला गए और सपाक्स के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट पर उतारू हो गए। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी। लेकिन उसने किसी प्रकार का बीच बचाव करने या कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाई। 

इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वायरल वीडियो में बीजेपी का एक कार्यकर्ता सपाक्स के कार्यकर्ता को पीटते समय सत्ता का रौब झाड़ते भी दिखाई दे रहा है। कार्यकर्ता धमकी देते हुए कहता है कि राज्य और केंद्र दोनों जगह सरकार हमारी है, फूंक मारेंगे तो उड़ जाओगे। 

इस पूरे विवाद के बीच बीजेपी का नेताजी के प्रति दिखावटी प्रेम भी चर्चा का विषय बना हुआ है। कांग्रेस की सरकार गिराने के बाद सत्ता में आयी बीजेपी ने नरेला विधानसभा अंतर्गत आनेवाले प्रभात चौराहे से इस मूर्ति को हटवा दिया था। तब कांग्रेस नेताओं के साथ बीजेपी के मंत्री की झड़प भी हुई थी। कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा का आरोप है कि बावजूद इसके बीजेपी ने उस मूर्ति को हटाकर नगर निगम दफ्तर में रखा और आज दोबारा उसे स्थापित कर वाहवाही लूटना चाहती है। उसी पुरानी मूर्ति को सड़क किनारे स्थापित कर सरकार ने नेताजी की भक्ति का श्रेय लेना चाहा है। सुभाष चंद्र बोस के लिए बीजेपी के इस प्रतीकात्मक प्रेम को लेकर आज पूरे दिन सोशल मीडिया पर जमकर बहस होती रही।