नर्मदा डूब क्षेत्रों के दौरे पर पूर्व CM दिग्विजय सिंह, देखा तबाही का मंजर, बाढ़ पीड़ितों को दिलाया मदद का भरोसा

पूर्व मुख्यमंत्री ने क्षतिग्रस्त मकानों का सभी प्रभावितों को शत प्रतिशत मुआवजा, विस्थापितों का पुनर्वास कर उन्हें भी मुआवजा, जनहानि और मवेशियों के बह जाने पर भी मुआवजा और डूब प्रभावित गांवों को पुर्नस्थापन करने की मांग की है।

Updated: Sep 29, 2023, 06:05 PM IST

खरगोन। मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ क्षेत्र में बीते दिनों हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया। बड़वानी, कसरावद, ओंकारेश्वर और आसपास के इलाकों में सैंकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं, साथ ही फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह बाढ़ के कारण आई बर्बादी का मंजर देखने डूब प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर निकले हैं। सिंह लगातार किसानों से मिलकर उनका हाल जान रहे हैं और उन्हें कांग्रेस सरकार आने पर मदद का भरोसा दिला रहे हैं।

गुरूवार सुबह पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कसरावद रेस्ट हाउस में 22 गांवों के बाढ पीडितों ने मुलाकात की। दिग्विजय सिंह से मिलने पहुंचे सैंकड़ों की संख्या में बाढ़ प्रभावितों ने बताया कि बारिश और नर्मदा की भीषण बाढ़ से भारी नुकसान है। फसल पूरी तरह चौपट हो गयी है। लेकिन अब तक शासन प्रशासन की ओर से उन्हें किसी भी प्रकार की मदद, अथवा मुआवजा राशि नहीं मिली है। 

इस दौरान पूर्व सीएम ने बाढ़ प्रभावितों को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन और सीएम चौहान के ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की मूर्ति के अनावरण को लेकर राजनीतिक स्वार्थ सिद्धि के लिये ओंकारेश्वर बांध में पहले पानी रोका और बाद में इस पानी का दबाव बढने पर बांध से भारी मात्रा में पानी छोडा गया। सिंह ने ग्रामीणों को बताया कि पानी छोड़ने की लिमिट 32 हजार क्यूसेक थी लेकिन 52 हजार क्युसेक पानी छोड़ा गया और इसी वजह से नर्मदा नदी में बाढ आयी और भारी तबाही हुई। पूर्व सीएम ने सेवानिवृत्त जज से इसकी जांच कराने की मांग की है। सिंह कहा कि इसको लेकर जिम्मेदार और दोषी अधिकारियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाए। 

पूर्व मुख्यमंत्री ने क्षतिग्रस्त मकानों का सभी प्रभावितों को शत प्रतिशत मुआवजा, विस्थापितों का पुनर्वास कर उन्हें भी मुआवजा, जनहानि और मवेशियों के बह जाने पर भी मुआवजा और डूब प्रभावित गांवों को पुर्नस्थापन करने की मांग की है। पूर्व सीएम ने प्रभावितों से संवाद कर फिर से सर्वे कराकर डूब प्रभावितों को वर्तमान दर से मुआवजा देने की मांग भी की है। 

इससे पहले दिग्विजय सिंह ने गुरूवार सुबह बोरावां गांव में विधायक सचिन यादव के साथ विधानसभा क्षेत्र कसरावद के कांग्रेस कार्यकर्ताओं और खरगोन जिले के विभिन्न स्थानों से आए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से भेंट कर चर्चा की। सिंह ने सभी से कहा कि चुनाव की तैयारियों में जुटें और भाजपा को परास्त करें। 

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री बुधवार देर रात करीब 3 बजे तक बड़वानी और कसरावद में डूब प्रभावित क्षेत्रों में लोगों से मिल रहे थे। दर्जनों गांवों के हजारों लोगों से मिलने के बाद सिंह ने देर रात्रि को बोरावां गांव पहुंचकर अरूण यादव और सचिन यादव के निवास पर रात्रि विश्राम किया। डूब प्रभावित ग्रामों के लोगों में शासन-प्रशासन के विरुद्ध खासा आक्रोश देखने को मिला। लोगों ने तत्काल उचित सर्वे और राहत की मांग की। सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया कि कांग्रेस सरकार बनते ही राहत और पुनर्वास का व्यवस्था किया जाएगा। दरअसल, जिले के कई गांव बैकवाटर की चपेट में आए हैं। इस दौरान सेगांवा गांव में नर्मदा बचाओ आंदोलन के राहुल यादव, कमला यादव आदि ने भी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से चर्चा कर डूब को लेकर विस्तार से जानकारी दी।

कसरावद विधानसभा के प्रभावित गांव

कसरावद विधानसभा क्षेत्र में करीब डेढ़ दर्जन गांव डूब से बुरी तरह प्रभावित हुए। इनमें नवादा टोडी, बोथू, सैथा, भाटियान, लेपा, बलगांव, धालखेरा, पनवा, खलबुजुर्ग, चिचली, कठौरा ए, कठौरा बी, अकबरपुर, बड़गांव, माकड़खेड़ा, सासबढ और टीलायों शामिल है।

महेश्वर विधानसभा क्षेत्र के प्रभावित गांव

महेश्वर विधानसभा क्षेत्र के भी एक दर्जन से अधिक गांव डूब प्रभावित हैं जहां लोगों को भारी नुकसान हुआ है। इनमें जलकोटी, महेश्वर, मंडलेश्वर, सुलगांव, जालूद, गोगावां, पथराड, चीराखंड, बेहगांव, पंड्याखाटखेड़ी, खेगांव, कावड़िया, सिटोका, निंबगुड और गंगाखेड़ी शामिल है।