सरबजीत मोखा की पत्नी ने तगाड़ी में जला दिया था इंजेक्शन स्टॉक का रजिस्टर, पुलिस ने जब्त की टूटी हुईं शीशियां

पुलिस ने मोखा के गार्डन और लोहिया पुल से जब्त की नकली इंजेक्शन की शीशियां, जिस तगाड़ी में रखकर जलाया गया रजिस्टर, उसे भी पुलिस ने किया जब्त

Updated: May 20, 2021, 10:32 AM IST

जबलपुर। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के हाई प्रोफाइल मामले में SIT बड़ा साक्ष्य हाथ लगा है। एसआईटी ने विहिप नेता सरबजीत मोखा मामले में नकली इंजेक्शन की 125 शीशियां बरामद की है। एसआईटी ने मोखा की पत्नी और मैनेजर से पूछताछ के दौरान नकली इंजेक्शन की टूटी शीशियों के वायल जब्त किए हैं। 

एसआईटी को मोखा की पत्नी जसमीत कौर और मैनेजर सोनिया को तीन दिन के रिमांड पर लिया था। जसमीत ने एसआईटी को बताया कि उसने नकली इंजेक्शन को गरम पानी में उबाल दिया था। पूछताछ के दौरान पता चला कि इंजेक्शन स्टॉक के रजिस्टर को मोखा की पत्नी जसमीत ने तगाड़ी में जला दिया था। जिसके बाद जांच दल ने जली हुई तगाड़ी सहित नकली इंजेक्शन की 125 शीशियों के वायल और ढक्कन मोखा के गार्डन और लोहिया पुल के पास से ज़ब्त कर लिए।

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दरअसल 1 मई को इस पूरे मामले का भंडाफोड़ हुआ था। जब गुजरात पुलिस ने जबलपुर के रहने वाले सपन जैन को गिरफ्तार किया था। सपन जैन को गुजरात से नकली इंजेक्शन की मध्यप्रदेश में सप्लाई किए जाने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। सपन जैन ने पुलिस को बताया कि सिटी अस्पताल के डायरेक्टर और विश्व हिंदू परिषद के नेता सरबजीत मोखा इस पूरे मामले में शामिल है। सपन जैन ने बताया था कि सरबजीत मोखा के कहने पर उसने सुनील मिश्रा और राकेश मिश्रा के माध्यम से उसने 500 इंजेक्शन खरीदे। इंजेक्शन की खरीद के लिए विहिप नेता ने उसे 15 लाख रुपए दिए। जिसमें 465 इंजेक्शन विहिप नेता ने खुद रख लिए। और 35 सपन जैन को दे दिए।

 इस पूरे मामले का भंडाफोड़ होने के बाद जांच के लिए एसआईटी गठित की गई। जिसके बाद जांच दल ने विहिप नेता की पत्नी और मैनेजर को रिमांड पर ले लिया। फिलहाल इन दोनों को जेल भेज दिया गया है। वहीं सपन जैन और मिश्रा बंधु अभी गुजरात पुलिस की गिरफ्त में हैं। एसआईटी इन तीनों को भी प्रोडक्शन वारंट पर एमपी लेकर आने की कोशिश में जुट गई है।