कैलाश विजयवर्गीय ने BJP के राष्ट्रीय महासचिव पद से दिया इस्तीफा, बोले- पार्टी ने मुझे नई भूमिका के लिए MP भेजा है
मोहन यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद विजयवर्गीय ने महासचिव पद से इस्तीफा देने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में एक व्यक्ति एक पद के अनुरूप मैंने इस्तीफा सौंपा।
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया है। विजयवर्गीय ने गुरुवार को दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा। विजयवर्गीय ने कहा कि बीजेपी की एक व्यक्ति एक पद की नीति के तहत उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
कैलाश विजयवर्गीय साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए थे। तभी से वो इस पद पर लगातार बने रहे। उन्हें इस पद पर 9 साल हो गए थे। हालांकि, भाजपा ने उन्हें विधानसभा चुनाव में उतार दिया। इसके बाद मोहन यादव कैबिनेट में उन्हें जगह दी गई। ऐसे में उन्होंने उन्होंने महासचिव पद छोड़ने का फैसला लिया है। फिलहाल विभागों का बंटवारा नहीं हुआ है। हालांकि, सूत्र बता रहे हैं कि उन्हें नगरीय प्रशासन और उद्योग विभाग दिया जा सकता है।
इस्तीफा देने के बाद विजयवर्गीय ने कहा कि अब मुझे पार्टी ने मध्यप्रदेश में एक नई भूमिका के लिए भेजा है। मैं प्रधानमंत्री जी का संकल्प वर्ष 2047 में भारत, विश्व का शक्तिशाली देश बने। इस दिशा में मध्यप्रदेश को शक्तिशाली बनाने के लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में कार्य करेगें। मेरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश विकास की एक नई इबारत लिखेगा।
मोहन कैबिनेट में मंत्री बनाए जाने से पहले पिछले हफ्ते ही इंदौर में उन्होंने कहा था कि 'मेरी भूमिका में मैं अभी विधायक हूं, राष्ट्रीय महामंत्री हूं। आप बड़ा हल्के में लेते हैं, मैं बहुत बड़ा आदमी हूं।' इसके पहले भी वे कई बार कहते रहे हैं कि मैं विधायक बनने नहीं आया हूं। कुछ बड़ा करूंगा। हालांकि, पार्टी की ओर से उनका कद लगातार छोटा ही किया जा रहा है।