भोपाल: पूर्व सीएम उमा भारती ने दुकान में घुसकर मारा पत्थर, शिवराज सरकार की शराब नीति का विरोध

शराबबंदी की माँग कर रही उमा ने दिखाया तेवर.. रविवार को भोपाल के भेल इलाक़े में एक वाइन शॉप में घुसकर पत्थरबाज़ी की, अपने समर्थकों और कैमरेवालों की भीड़ के साथ दुकान में रखी शराब की बोतलें तोड़ी और फिर उसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी डाला... कांग्रेस प्रवक्ता ने पूछा गृहमंत्री उन्हें भी देंगे ऐसी पत्थरबाज़ी वाले विरोध की इजाज़त

Updated: Mar 13, 2022, 02:19 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी की मांग को लेकर सक्रिय हो गई हैं। रविवार को राजधानी भोपाल में एक शराब ठेके के पास उमा भारती का तेवर देखने को मिला जब वो अपने समर्थकों के हुजूम के साथ वाइन शॉप में घुस गयीं। शराबबंदी की मांग को लेकर अपने अभियान के तहत उमा भारती भोपाल के बरखेड़ा आजाद नगर के एक दुकान में घुसीं और बिना कुछ पूछे-ताछे शराब की बोतलों पर पत्थर दे मारा। इस दौरान उनके साथ कुछ कैमरे भी थे, जिन्होंने उनके पत्थर मारकर बोतल तोड़ने का वीडियो बनाया।

इस दिलेरी का वीडियो भी बीजेपी नेता ने खुद ही ट्वीट किया है। ट्वीट में उन्होंने लिखा कि, 'यहां मज़दूरों की बस्ती में शराब की दुकानों की शृंखला है जो की एक बड़े आहाता में लोगों को शराब परोसते हैं। मज़दूरों की बस्ती हैं, पास में मंदिर हैं, छोटे बच्चों के स्कूल हैं। जब लड़कियाँ और महिलायें छतों पर खड़ी होती हैं तो शराब पिये हुए लोग उनके तरफ़ मुँह करके लघुशंका करने के लिए खड़े होकर उनको लज्जित करते हैं।' 

उमा भारती ने आगे लिखा कि, 'मज़दूरों की पूरी कमाई इन दुकानो में फुंक जाती है। यहाँ के निवासियों एवं महिलाओं ने आपत्तियाँ की, विरोध में धरने दिए क्यूँकि यह दुकान सरकारी नीति के ख़िलाफ़ हैं। इसलिए प्रशासन ने हर बार बंद करने का आश्वासन दिया लेकिन कई साल हो गए यह नहीं हो पाया। आज मैंने प्रशासन को एक हफ़्ते के अंदर दुकान एवं आहाता बंद करने की चेतावनी दी है।'

उमा भारती की इस पत्थरबाज़ी को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। एमपी में कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने शराबबंदी के विरोध में ऐसी ही पत्थरबाजी के लिए नरोत्तम मिश्रा से इजाज़त मांगी है। उन्होंने लिखा है कि "मैं भी शराब के विरोध में हूं और ऐसे ही प्रदर्शन करना चाहता हूं.."

शुक्रवार को उमा भारती ने राजधानी भोपाल स्थित अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर कहा था कि अब मेरा पूरा फोकस शराबबंदी पर है। उमा ने कहा था शराबबंदी अचानक उत्पन्न भाव नहीं है, बल्कि समाज की स्थिति देखने के बाद हुआ है। उमा भारती ने इस दौरान दावा किया कि सीएम शिवराज से निषेध स्थानों से शराब दुकान हटाने के खिलाफ जागरूकता अभियान शुरू करने की उन्हें अनुमति मिल गयी है।

बीजेपी नेता ने पत्रकारों से कहा था कि 'मैं बैरसिया के पास गुनगा गई तो एक शराब दुकान के सामने खड़ी हुई। इतने में ही आसपास लोग आ गए और बोले दीदी दुकान बंद कराएं। ऐसे ही एक दिन भोपाल की किसी दुकान के सामने जाउंगी और लोगों से पूछुंगी कि क्या आप शराब दुकान से खुश हैं। मुझे शराबबंदी से कोई अटेंशन नहीं चाहिए, न लीडर बनना है। शराबबंदी के अभियान को लेकर हम विधायकों से बात करेंगे। मध्यप्रदेश में मैं पूरी ताकत से अभियान चलाऊंगी, मैं जो भी करती हूं वह नेता या सीएम बनने के लिए नहीं करती हूं।'

गौरतलब है कि शिवराज सरकार ने हाल ही में नई आबकारी नीति का एलान किया है, जिसके तहत अब अंग्रेजी शराब की कीमत कम कर दी गई है और उसे सुपर मार्केट एवं हवाई अड्डों पर भी बेचने की अनुमति दे दी गई है। यही नहीं अब सरकार ने घर में बार खोलने की इजाज़त भी दे दी है।सरकार को उम्मीद है कि इससे उसके राजस्व में इज़ाफा होगा। मगर राज्य की इस नई नीति का शराब ठेकेदार विरोध कर रहे हैं।