MP Cabinet Expansion: शिवराज के करीबी गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह समेत कई दिग्गजों का पत्ता कटा

शिवराज कैबिनेट में मंत्री रहे गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, उषा ठाकुर, बृजेंद्र प्रताप सिंह, प्रभुराम चौधरी, ओम प्रकाश सकलेचा को इस बार मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है।

Updated: Dec 25, 2023, 05:08 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के मोहन कैबिनेट का आज विस्तार हुआ। कैबिनेट में 28 मंत्रियों को जगह दी गई है, इसमें 18 कैबिनेट मंत्री, 6 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 4 राज्यमंत्री बनाए गए। इस मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जैसा पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि कई दिग्गज नेताओं का पत्ता कट सकता है, ठीक वैसा ही हुआ है। खासकर सीएम शिवराज के करीबी कई दिग्गज नेताओं को कैबिनेट से बाहर रखा गया।

चौंकाने वाली बात ये है कि सीएम पद की दौड़ में शामिल गोपाल भार्गव तक को मंत्री नहीं बनाया गया। सात बार के विधायक भार्गव इस बार खुद को सीएम पद के दावेदार बता रहे थे। चुनाव नतीजे आने के बाद दिल्ली भी चले गए थे। लेकिन हाईकमान ने उन्हें मंत्री बनने के लायक भी नहीं समझा। इसी तरह पूर्ववर्ती सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री रह चुके भूपेंद्र सिंह को भी कैबिनेट से बाहर कर दिया गया।

पूर्ववर्ती शिवराज सरकार में संस्कृति मंत्री रहीं उषा ठाकुर को भी इस बार बाहर कर दिया गया है। माना जा रहा है कि वाचाल प्रवृति के कारण उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। शिवराज सरकार में खनिज मंत्री रहे बृजेंद्र प्रताप सिंह को भी कैबिनेट में जगह नहीं मिली है। इसी तरह शिवराज के एक और करीबी व MSME मंत्री रहे ओम प्रकाश सकलेचा को मंत्री पद नहीं मिला है। दमोह से भाजपा के दिग्गज नेता व पूर्व मंत्री जयंत मलैया को भी इस बार मंत्री नहीं बनाया गया है।

शिवराज के करीबी व पशु पालन मंत्री रहे प्रेम सिंह पटेल को भी कैबिनेट में जगह नहीं मिली है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में आए हरदीप सिंह डंग को भी इस बार कैबिनेट से बाहर कर दिया गया है। उधर, सिंधिया समर्थकों में प्रभुराम चौधरी को भी इस बार मंत्री नहीं बनाया गया है। पूर्ववर्ती सरकार में वे स्वास्थ्य मंत्री थे। इसके अलावा सीनियर नेताओं में गिरीश गौतम को कैबिनेट से बाहर रखा गया है। वे इसके पहले विधानसभा स्पीकर थे। वहीं, सांसदों में रीति पाठक को भी कैबिनेट में जगह नहीं मिली है।