MP Election 2023: 18 बार जमानत जब्त होने के बाद भी बुलंद हैं हौसले, इंदौर के इस व्यक्ति ने 19वीं बार भरा पर्चा

MP Assembly Election 2023: तोलानी ने इंदौर-4 विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में सोमवार को पर्चा भरा है, उन्होंने उम्मीद जताई कि इंदौर के लोग कभी न कभी उन्हें जरूर जिताएगी।

Updated: Oct 23, 2023, 07:35 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले प्रॉपर्टी ब्रोकर परमानंद तोलानी को चुनाव लड़ने का ऐसा जुनून है कि वह अब तक 18 अलग-अलग चुनाव में नामांकन भर कर चुके हैं। हर बार उनकी जमानत जब्त हुई है, बावजूद उनके हौसले बुलंद हैं। अब उन्होंने 19वीं बार पर्चा भरा है और उम्मीद कर रहे हैं कि उनका लगन देख जनता उन्हें वोट देकर चुनाव जरूर जिताएगी।

इंदौरी धरतीपकड़ के नाम से मशहूर 63 वर्षीय परमानंद तोलानी पेशे से प्रॉपर्टी ब्रोकर हैं। तोलानी ने इंदौर-4 विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में सोमवार को पर्चा भरा। नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होंने बताया कि यह मेरा 19वां चुनाव होगा। तोलानी ने बताया कि मैं इससे पहले लोकसभा, विधानसभा और महापौर पद के लिए 18 बार चुनाव लड़ चुका हूं।

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तोलानी ने बताया कि वह एक बार अपनी पत्नी लक्ष्मी तोलानी को भी नगरीय निकायों के चुनावों में उतार चुके हैं, क्योंकि तब महापौर का पद महिला उम्मीदवार के लिए आरक्षित कर दिया गया था। तोलानी का कहना है कि जमानत जब्त होने से चुनाव लड़ने के उनके उत्साह पर कोई फर्क नहीं पड़ता है, बल्कि हर हार के साथ उनका आत्मविश्वास और बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि इंदौर की जनता बहुत समझदार है। मुझे पूरी उम्मीद है कि वह मुझे एक न एक बार चुनाव जरूर जिताएगी।

तोलानी ने कहा कि इस बार मतदाताओं से उनका वादा है कि चुनाव जीतने पर वह 1,000 वर्ग फुट तक के क्षेत्रफल वाली इमारतों पर उन्हें संपत्ति कर से पूरी छूट दिलाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से वादा किया है कि घर से कचरा उठाने के बदले नगर निगम की ओर से वसूला जाना वाला शुल्क भी माफ कराएंगे।

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दरअसल, तोलानी का परिवार दो पीढ़ियों से लगातार चुनाव लड़ने के लिए मशहूर है। हालांकि, हर बार इस परिवार के सदस्यों की जमानत जब्त हुई है। उन्होंने बताया कि शहर में एक प्रिंटिंग प्रेस चलाने वाले उनके पिता मेठाराम तोलानी ने अपने जीवनकाल में 30 साल तक लगातार अलग-अलग चुनाव लड़े थे। तोलानी ने बताया कि वर्ष 1988 में मेरे पिता के निधन के बाद 1989 से मैंने चुनाव लड़ना शुरू कर दिया।

तोलानी परिवार की अगली पीढ़ी भी चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हो रही है। तोलानी की 32 वर्षीय बेटी निशा ने कहा कि फिलहाल तो मेरा ध्यान अपने रोजगार पर है, पर भविष्य में जरूरत पड़ी, तो मैं और मेरी बहन चुनाव लड़ने की अपनी खानदानी परंपरा को जरूर आगे बढ़ाएंगे।