पंचायत चुनाव: काउंटिंग से पहले पीठासीन अधिकारी ने छलकाए जाम, एक वोट से हारे प्रत्याशी का गंभीर आरोप

मतदान केंद्र के भीतर पीठासीन अधिकारी और पंचायत सचिव का शराब पीते वीडियो वायरल, एक वोट से हारने वाले प्रत्याशी ने लगाए गड़बड़ी के आरोप

Updated: Jul 03, 2022, 09:19 AM IST

विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा में दूसरे चरण के चुनाव के बाद हुई काउंटिंग में भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि यहां मतगणना शुरू करने से पहले अधिकारियों ने जमकर शराब पी। इसके बाद नशे में धुत होकर उन्होंने काउंटिंग शुरू की और एक वोट से जीत-हार तय कर दिया।

मामला सिरोंज जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत इकलोद स्थित मतदान केंद्र का है। यहां पीठासीन अधिकारी और पंचायत सचिव शराब की पार्टी करते नजर आए। गांव के ही एक युवक ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। मामला सामने के बाद एडीएम प्रवीण प्रजापति ने जांचकर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही हैं। 

बता दें कि इसी ग्राम पंचायत में सरपंच प्रत्याशी ने मतदान दल पर एक वोट से हराने का आरोप लगाया है। इकलोद ग्राम पंचायत में सरपंच पद का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी कल्याण सिंह कुशवाह ने बताया कि शुक्रवार को गांव के दो मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ। मतदान के बाद शाम करीब साढ़े छह बजे मतदान केंद्र पर ही पीठासीन अधिकारी सहित अन्य लोगों ने शराब की पार्टी की। वीडियो में पीठासीन अधिकारी के सामने शराब के गिलास के साथ पंचायत सचिव भी दिखाई दे रहा है। 

कल्याण सिंह के मुताबिक शराब पीने के बाद मतदान दल के कर्मचारियों ने मतों की गणना की और उन्हें एक वोट से पीछे कर दिया। सिंह ने बताया कि उनके गांव में कुल 982 मतदाता हैं, इनमें से 913 ने मतदान किया। मतगणना के दौरान 57 मतपत्र खारिज कर दिए गए। मतगणना के बाद उन्हें 200 और प्रतिद्वंदी राजीव दांगी को 201 वोट मिलना बताया गया। इस दौरान मौजूद उनके अभिकर्ता झार सिंह ने गिनती में गड़बड़ी की बात कहते हुए दोबारा मतगणना का आग्रह किया लेकिन पीठासीन अधिकारी ने इसे अस्वीकार कर दिया। 

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कल्याण सिंह के मुताबिक उन्होंने शनिवार को एसडीएम प्रवीण प्रजापति से लिखित शिकायत कर पुनर्मतगणना की मांग की हैं। एडीएम प्रवीण प्रजापति ने कहा कि उन्होंने शराब पार्टी के वीडियो की जांच तहसीलदार अलका सिंह को सौंपी हैं। रिपोर्ट आते ही दोनों कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी को लिखा जाएगा। पुनर्मतगणना के संबंध में चुनाव आयोग से मार्गदर्शन मांगा गया है।