प्रदेश में पाबंदियां 30 अप्रैल तक बढ़ीं, भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत कई ज़िलों में सख़्ती

प्रदेश के कोरोना की रिकवरी रेट लगातार घट रही है। जबलपुर में 20 दिनों में 91.91% से घटकर 80.70 प्रतिशत आ गई है।

Updated: Apr 21, 2021, 08:10 AM IST

Photo courtesy: patrika
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण बेक़ाबू होता जा रहा है। तेज़ी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को मद्देनजर रखते हुए गृह विभाग ने नई गाइडलाइन जारी कर दी है। राजधानी भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत पूरे प्रदेश में 30 अप्रैल तक पाबंदियां बढ़ा दी गई है। वहीं ग्वालियर में रेमडेसिविर इंजेक्शन बांटने को लेकर बीती रात 11 बजे तक कलेक्टोरेट में हंगामा हुआ।

बीते 24 घंटे में ग्वालियर में 1242 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। वहीं इलाज़ के दौरान 28 कोविड़ पॉजिटिव मरीजों की जान जा चुकी है। ग्वालियर में कुल मौतों का आंकड़ा 400 पार पहुँच गया है। ज्ञात हो बीते दिनों रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए प्रशासन ने व्हाट्सऐप नंबर जारी किया था, जिसमें दोपहर 2 बजे तक अस्पताल के अलावा जिन लोगों को अपने लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन चाहिए, उसे डॉक्टर के पर्चे दिखाने को कहा गया था। इंजेक्शन रात में कलेक्टोरेट से बांटने थे। कलेक्टोरेट में रात 9 बजे इंजेक्शन लेने भारी संख्या में लोग पहुंचे। इस दौरान कोविड गाइडलाइन का उल्लघंन हुआ। लोग मास्क तो पहने थे, लेकिन इंजेक्शन जल्दी पाने के चक्कर में सोशल डिस्टेंसिंग भूल गए। इसी बात को लेकर 11 बजे रात तक हंगामा चलता रहा।

पिछले 24 घंटे में राजधानी भोपाल में 1709 नए कोरोना संक्रमित मरीज़ मिले हैं। इनमें से 146 शवों का कोविड प्रोटोकाॅल के तहत अंतिम संस्कार किया गया। वहीं 1681 लोगों को डिस्चार्ज भी किया गया। हालांकि सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक 5 लोगों की मौत हुई है।
कोरोना संक्रमित मरीजों से  हमीदिया अस्पताल का डी-ब्लॉक में लगे 660 कोविड बेड, 80 वेंटिलेटर, 250 ऑक्सीजन बेड फुल हैं। इलाज में जुटे 870 डॉक्टरों में से 100 डॉक्टर संक्रमित हुए हैं। वहीं 650 नर्सों में से 40 संक्रमित हो चुकी हैं। भदभदा विश्राम घाट में हर दिन 80 से ज्यादा कोरोना से मरने वालों के अंतिम संस्कार हो रहे हैं। यहां चिता स्थल के लिए डेढ़ से दो घंटे की वेटिंग चल रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंदौर में पिछले 24 घंटों में 1753 नए कोरोना के मामले सामने आए, जबकि 8 की मौत हुई है। प्रशासन ने आज से सख्ती बढ़ा दी है। आवश्यक सेवाओं को छोड़ सभी कुछ बंद रखने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन की सूची में कोरोना मरीजों के लिए 107 अस्पताल आरक्षित हैं, इनमें 7000 बेड उपलब्ध हैं, लेकिन हकीकत में मरीज एक-एक बेड को तरस रहे हैं।

वहीं संस्कारधानी जबलपुर में कोरोना तेज़ी से बढ़ रहा है। यहां 34 कंटेंनमेंट ज़ोन बनाये गए हैं।कोरोना की लगातार रिकवरी रेट घटती जा रही है। 20 दिनों में 91.91% से 80.70 प्रतिशत पर आ गई है। कोरोना की कड़ी तोड़ने के लिए ज़िला प्रशासन बेवजह घर से बाहर निकलने वालों पर सख़्ती कर रही है।