सीहोर: जिंदगी की जंग हारी 3 साल की मासूम, बोरवेल से निकालने में लगा 55 घंटे का समय

मंगलवार को ढाई साल की बच्ची बोरवेल में गिर गई थी। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होने के तीसरे दिन बच्ची को बाहर निकाल लिया गया। हालांकि उसे बचाया नहीं जा सका।

Updated: Jun 08, 2023, 07:11 PM IST

सीहोर। मध्य प्रदेश के सीहोर में बोरवेल में गिरी तीन साल की बच्ची को निकाल लिया गया हालांकि उसे बचाया नहीं जा सका। सीहोर के मुंगावली गांव में 300 फीट गहरे बोरवेल में गिरी बच्ची जिंदगी की जंग हार गई। 3 साल की मासूम सृष्टि को बोरवेल से निकालने में 55 घंटे लग गए। रेस्क्यू टीम ने उसे रोबोटिक टेक्निक से बाहर खींचा। बच्ची करीब 150 फीट की गहराई पर फंसी थी।

बच्ची बुधवार से ही कोई रिस्पॉन्स नहीं कर रही थी। अधिकारियों को उसकी मौत का अंदेशा हो गया था, हालांकि, वे कुछ बोलने से बच रहे थे। गुरुवार को उसे खींचकर बोरवेल से बाहर निकाला गया। इसके बाद उसे एंबुलेंस से सीधे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया।

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सृष्टि नाम की 3 साल की ये बच्ची मंगलवार दोपहर करीब एक बजे खेलते-खेलते खेत में बने बोर में गिर गई थी। उस वक्त वह 29 फीट गहराई पर अटक गई थी। लेकिन रेस्क्यू के दौरान हुई खुदाई के कंपन से वह नीचे खिसकती गई। मौके पर SDRF, NDRF और आर्मी की रेस्क्यू में जुटी थी। गुरुवार को सुबह 9 बजे दिल्ली की रोबोटिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर ऑपरेशन शुरू किया। दोपहर बाद तेज हवा और बारिश होने से रेस्क्यू प्रभावित भी हुआ। रोबोटिक टीम ने शाम करीब साढ़े 5 बजे बच्ची के शव को बाहर निकाला। 

बता दें कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को सफलता नहीं मिलने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सेना से मदद मांगी थी। एक दिन पहले यानि बुधवार को सेना आ गई थी। हालांकि सेना को भी सृष्टि को बाहर निकालने में सफलता नहीं मिल सकी थी। नतीजतन आज सुबह गुजरात से तीन सदस्यीय रोबोटिक टीम आई और बच्ची को बाहर निकाला। हालांकि, उसे बचाया नहीं जा सका।