सरकार चुराने के बाद अब कविता भी चुराने लगे शिवराज, मुख्यमंत्री पर कांग्रेस का तंज़

सीएम शिवराज द्वारा शेयर की गई कविता पर विवाद, मुख्यमंत्री ने जिसे अपनी पत्नी की कविता बताया था, उसे भूमिका बिरथरे अपनी कविता बता रही हैं

Updated: Dec 02, 2020, 01:14 AM IST

Photo Courtesy : Scroll.in
Photo Courtesy : Scroll.in

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का एक सोशल मीडिया पोस्ट विवादों में घिर गया है। शिवराज ने हाल ही में कथित तौर पर अपनी पत्नी साधना सिंह द्वारा लिखी एक कविता साझा की थी। जिसके ऊपर बवाल मच गया है। शिवराज द्वारा साझा की गई उस कविता पर भूमिका बिरथरे नामक सोशल मीडिया यूजर ने अपना दावा ठोका है।

शिवराज द्वारा साझा की गई कविता पर भूमिका बिरथरे नामक सोशल मीडिया यूजर ने अपना दावा ठोकते हुए मुख्यमंत्री पर तंज कसा है। भूमिका ने शिवराज से पूछा है कि आपको मेरी कविता चुराकर क्या मिलेगा ? भूमिका ने कहा, सर भांजी हूँ आपकी, मेरी कविता चुराकर आपको क्या मिलेगा। उम्मीद है आप मेरे अधिकारों का हनन नहीं करेंगे। मामा तो अधिकारों की रक्षा के लिए हैं न ?

भूमिका ने कविता के शब्दों में हेरफेर पर भी आपत्ति जताई है। उन्होंने लिखा है कि वे अपने पिता को डैडी कहती थीं, लेकिन सोशल मीडिया में इसे कुछ लोग बाबूजी, बाऊजी या पापा जैसे शब्दों के साथ शेयर कर रहे हैं। उन्होंने अपील की है कि कविता के शब्द बेहद व्यक्तिगत हैं और इससे उनकी भावनाएं जुड़ी हैं। इसे तोड़-मरोड़कर कविता के साथ अन्याय न करें। 

22 नवंबर को शिवराज ने अपने ससुर के निधन के बाद सोशल मीडिया पर अपनी पत्नी और ससुर की तस्वीर के साथ, पिता पुत्री के रिश्ते को बयान करती एक कविता साझा की थी। जिसे लेकर शिवराज ने कहा था कि यह कविता उनकी पत्नी द्वारा लिखी गई है। शिवराज द्वारा इस कविता को साझा करने के बाद भूमिका ने सबूतों के साथ इस कविता पर दावा ठोक दिया। भूमिका ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट्स पोस्ट करते हुए दिखाया कि कैसे उसने शिवराज के पोस्ट करने से पहले ही इस कविता को अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स से पोस्ट किया हुआ है। 

सरकार चुराने के बाद अब कविता भी चुराने लगे हैं शिवराज : अरुण यादव 

इस पूरे प्रकरण पर कांग्रेस ने शिवराज की खिल्ली उड़ाई है। कांग्रेस ने कहा है कि शिवराज सरकार चुराने के बाद कविता चुराने में भी माहिर हो गए हैं। कांग्रेस नेता और पूर्व पीसीसी अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा है कि, 'भाजपा नाम बदलने में माहिर है यह बात एक बार फिर उजागर हो गई, पहले कांग्रेस की योजनाओं के नाम बदलते थे, फिर शहरों के नाम बदलने लगे और अब तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी दूसरों की लिखी हुई कविताओं को भी अपनी धर्मपत्नी की लिखी हुई कविता बताने लगे है । वाह शिवराज जी वाह।'

18 नवंबर की देर रात मुख्यमंत्री के ससुर घनश्यामदास मसानी का निधन हो गया था। 88 साल के मसानी भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। उस समय सीएम अपनी पत्नी और दोनों बेटों के साथ तिरुपति बालाजी के दर्शन के लिए गए थे। खबर मिलते ही शिवराज अपनी यात्रा बीच में छोड़ वापस लौट आए थे।